जम्मू। श्रीनगर में आतंकियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम देते हुए कश्मीर आए 24 देशों के राजदूतों के ठहरने के स्थान से मात्र 1 किमी की दूरी पर स्थित ढाबे पर गोलीबारी कर एक ढाबाकर्मी को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। हमले के वक्त इस ढाबे पर बहुत से टूरिस्ट भी थे जिनमें अफरा-तफरी और डर का माहौल बना हुआ है।
सोनवार क्षेत्र में हुए हमले में कृष्णा ढाबा का एक कर्मचारी घायल हुआ है। घायल की पहचान रमेश कुमार मेहरा के बेटे आकाश मेहरा के रूप में हुई है। जिसका उपचार चल रहा है। घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर विदेशी प्रतिनिधिमंडल एक होटल में ठहरा है। इस हमले की जिम्मेदारी मुस्लिम जांबाज फोर्स ने ली है।
इस हमले की जिम्मेदारी दो आतंकी संगठनों मुस्लिम जांबाज फोर्स और टीआरएफ ने अलग-अलग बयान जारी कर ली है। दोनों आतंकी संगठनों ने आने वाले दिनों में अपनी गतिविधियों में तेजी लाने की धमकी देते हुए कहा कि कश्मीर में मुस्लिमों को अल्पसंख्यक बनाने की साजिश में जो भी लिप्त होगा जो भी भारत के एजेंडे में उसका साथ देगा, उसका यही अंजाम होगा।
घायल का नाम आकाश मेहरा है और वह श्रीनगर में ही पला-बड़ा है। उसका परिवार मूलत: जम्मू का रहने वाला है और श्रीनगर में बीते कई दशकों से एक ढाबा चला रहा है। उनका ढाबा पूरे कश्मीर में शाकाहारी भोजन के लिए स्थानीय लोगों व सैलानियों में समान रूप से लोकप्रिय है। ढाबा श्रीनगर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाले सोनवार इलाके में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक कार्यालय से मात्र 100 मीटर की दूरी पर दुर्गानाग मंदिर के ठीक बाहर स्थित है। वारदात करीब सवा आठ बजे हुई है।
आतंकियों की इस कायराना हरकत के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। साथ ही सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम द्वारा हमलावरों की तलाश में अभियान शुरू किया गया है।
कुवैत से लौटे आतंकी को पकड़ा : जम्मू पुलिस ने पुंछ में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे कुवैत बैठे आतंकवादी शेर अली को वहां की सरकार ने निर्वासित (डिपोर्ट) कर भारत सरकार को सौंप दिया। जैसे ही आतंकवादी जम्मू एयरपोर्ट पर उतरा तो जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आतंकवादी जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स से संबंधित है और यह कुवैत से ही जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ और हमलों की योजना बनाकर यहां आतंकवादियों को भेजा करता था। आतंकी शेर अली सीमापार पाकिस्तान से मादक पदार्थों व हथियारों की तस्करी करवाने में भी वांछित था। कुवैत से भारत के अच्छे संबंधों के चलते वहां की सरकार ने उसे भारत सरकार को सौंप दिया।
जम्मू संभाग के आइजीपी मुकेश सिंह के अनुसार आतंकवादी शेर अली पर गुलाम कश्मीर के बालाकोट क्षेत्र से प्रशिक्षित आतंकवादियों व हथियारों को भारतीय क्षेत्र में पहुंचाने की जिम्मेदारी थी। जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स के आतंकी के खिलाफ पिछले वर्ष मेंढर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी।