चमोली। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी और सेना के संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद त्रिशूल पर्वत पर आरोहण के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आए लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और एमसीपीओ हरिओम के पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर द्वारा के जरिए बेस कैंप ले आया गया है।
अधिकारियों के अनुसार रविवार को हेलीकॉप्टर के जरिए सभी जवानों के पार्थिव शरीर को नेवी सेंटर ले जाया जाएगा और वहां से उन्हें अंतिम विदाई के लिए उन्हें पैतृक घर रवाना किया जाएगा। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे जवानों ने 4 पर्वतारोहियों के शव बरामद कर अब 2 और जो लापता पर्वतारोही हैं जिनमे एक पोर्टर और एक सैनिक बताए जा रहे हैं, की खोजबीन कल जारी रहेगी।
त्रिशूल चोटी पर हिमस्खलन की चपेट में आने से लापता हुए नौसेना के 5 जवानों सहित एक पोर्टर की तलाश के लिए सेना और निम की टीम ने हेलीकॉप्टरों के माध्यम से आज सुबह 7 बजे रेस्क्यू अभियान दोबारा शुरू किया था।
हेलीकॉप्टर से देखने पर त्रिशूल पर्वत के आसपास कुछ पर्वतारोही बर्फ में दबे दिखे थे। रेस्क्यू अभियान में निम उत्तरकाशी की सर्च एंड रेस्क्यू की टीम, हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग, गढ़वाल स्काउट्स से सेना की टीमें शामिल हुईं।
बर्फ में पड़े शवों को निकालने को टीम उस लोकेशन पर भेजी गई, जहां ये शव थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर त्रिशूल पर्वत पर भारतीय नौसेना के पर्वतारोहण अभियान का हिस्सा रहे चार नौसेना कर्मियों की दुखद मौत पर गहरी सवेदना और दुःख जताया है।