बद्रीनाथ। करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र बद्रीनाथ मंदिर के कपाट आज रविवार को सुबह 06:15 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खोले गए। आज से तय समय पर श्रद्धालु बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। गौरतलब है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ धाम देश के प्रमुख धामों में शामिल है। शीतकाल के बाद आज कपाट खुलते ही दर्शन करने के लिए बड़ी तादाद में श्रद्धालु बद्रीनाथ पहुंचे हैं।
भगवान बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए देश-दुनिया से आए श्रद्धालुओं ने रात 12 बजे से ही लाइन लगानी शुरू कर दी थी। करीब 3 किमी से ज्यादा लंबी लाइन लगने के बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन का इंतजार किया। इसके साथ ही यहां श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है। इससे पहले कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के कारण 2 साल तक यह यात्रा बंद रही। जिससे श्रद्धालु यहां नहीं पहुंच पाए थे। कपाट खुलने के पहले दिन जुटी भारी भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां इस साल बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
इसके लिए मंदिर समिति ने पूरी तैयारी की है। आज कपाट खुलने के मौके पर मंदिर में बेहद शानदार सजावट की गई है। दूर से ही मंदिर को देखकर लोग आकर्षित हो रहे थे।इस दौरान देश-दुनिया से जुटे हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान बद्रीविशाल के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। इधर, बद्रीनाथ के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो गई है।
बद्रीनाथ यात्रा हेतु लगभग 11 हजार तीर्थयात्रियों ने रविवार को अपना रजिस्ट्रेशन कराया।बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद चारधाम यात्रा की तीव्रता बढ़ रही है। इससे पहले यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जा चुके हैं। 6 मई को 13600 तीर्थयात्रियों ने गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन किए, जबकि पहले ही दिन 23 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ जी के दर्शन किए।
अब तक चारधाम यात्रा के लिए करीब 8 लाख से अधिक तीर्थयात्री पंजीकरण कर चुके हैं।पंजीकरण की ऑफलाइन व्यवस्था भी की गई है। पर्यटन विभाग परिवहन विभाग के साथ पूर्ण समन्वय बनाकर वाहनों की जानकारी टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम (टीएसएमएस) के साथ साझा की जा रही है।उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) में बने कॉल सेंटर के टोल फ्री नंबर 1364 (अन्य राज्यों से 01351364) के माध्यम से यात्रियों को चारधाम यात्रा एवं रजिस्ट्रेशन की पूर्ण जानकारी दी जा रही है।
आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर तीर्थयात्रियों को अधिकतम सुविधा के साथ सफल यात्रा कराने का पर्यटन विभाग दावा कर रहा है।यात्रियों की ठीक-ठीक संख्या जानने तथा यात्रा मार्ग पर उनकी निगरानी के लिए स्थानों पर क्राउड गैदरिंग असेसमेंट कैमरे लगाए गए हैं।