नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को कहा कि 80 प्रतिशत सदस्यों ने अगले सत्र से 'पेपरलेस' काम करने का आश्वासन दिया है जबकि उनकी कोशिश होगी कि सत्र शुरू होने के 1 महीने के भीतर शत-प्रतिशत सदस्य 'पेपरलेस' काम करने लगें।
बिरला ने यहां कहा कि 80 प्रतिशत सदस्यों ने आश्वासन दिया है कि अगले सत्र से वे पेपरलेस काम करेंगे। इससे पैसे की बचत तो होगी ही, महत्वपूर्ण समय की भी बचत होगी। सदस्यों को किसी विधेयक की प्रति या कोई अन्य दस्तावेज पहुंचाने पर अभी काफी ज्यादा पैसा खर्च होता है।
उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कोई सदस्य यदि नोएडा में रहता है तो एक 'डिलीवरी मैन' को उनके घर भेजना पड़ता है। इस पर काफी खर्च आता है। इसके अलावा सदस्यों की शिकायत रहती है कि विधेयक की प्रति उन्हें देर से मिलने के कारण वे उसका अध्ययन नहीं कर सके। पेपरलेस होने से यह शिकायत दूर हो जाएगी।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि 'पेपरलेस' या अन्यथा काम करने का विकल्प सदस्यों पर छोड़ दिया गया है हालांकि उनकी कोशिश होगी कि सत्र शुरू होने के 1 महीने के भीतर शत-प्रतिशत सदस्य 'पेपरलेस' काम करने लगें। उन्होंने बताया कि हर सांसद को इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदने के लिए 3 लाख रुपए दिए जाते हैं।
बिरला ने बताया कि सदस्यों को कभी-कभी विधेयक को समझने में दिक्कत होती है इसलिए ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि सत्र के दौरान हर दिन सुबह 9 से 10 बजे के बीच सदस्यों को विधेयक के बारे में जानकारी देने के लिए विशेषज्ञ संसद भवन परिसर में मौजूद रहें और जो सदस्य जानकारी हासिल करना चाहते हैं, वे जानकारी ले सकें। उन्होंने कहा कि इससे सदस्य चर्चा की बेहतर तैयारी कर सकेंगे। सदस्य उन्हीं विधेयकों के बारे में जानकारी ले सकेंगे, जो संसद में पेश किए जा चुके हैं।