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लालू प्रसाद के बेटे तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बेदखल करने की इनसाइड स्टोरी

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, सोमवार, 26 मई 2025 (15:01 IST)
लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का मामला गरमाया हुआ है। इस बीच तेज प्रताप यादव के मामा और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के भाई सुभाष यादव ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि लालू परिवार का मामला सामने आ गया है, अब ये सब ड्रामा कर रहे है।

क्या है पूरा मामला : तेज प्रताप यादव के मामा सुभाष यादव ने कहा, 'अनुष्का यादव से तेज प्रताप का संबंध 2013-14 से है लेकिन तेज प्रताप की शादी जबरदस्ती ऐश्वर्या से करा दी गई। सब लोग जानते हैं कि उसके बाद तेज प्रताप ने अनुष्का से शादी की। अब तो जीतनराम राम मांझी ने बयान दिया है कि एक और लड़की है, सिन्हा कौन है? जिसके साथ तेज प्रताप मालदीव गए थे, इसका भी खुलासा होना चाहिए।'

सुभाष यादव ने कहा, 'लालू ने मुंह से बोल दिया कि हमने तेज प्रताप को निकाल दिया, ऐसे थोड़ा ही होता है। न्यायालय के द्वारा बाहर निकालें तो समझ आए। ये लालू प्रसाद अपने आप को बचाने के लिए ये सब कर रहे हैं।'  वहीं, बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बेदखल करने का फैसला लिया है। तेज प्रताप की निजी जिंदगी और विवादास्पद हरकतों से तंग आकर लालू ने यह कठोर कदम उठाया, जिसने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है।

तलाक और नई रिलेशनशिप का विवाद : 2018 में तेज प्रताप की शादी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पोती ऐश्वर्या राय से हुई थी, लेकिन यह रिश्ता कुछ ही महीनों में टूट गया। तेज प्रताप ने तलाक की अर्जी दी, जो अभी अदालत में है। हाल ही में, तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर अपनी नई रिलेशनशिप की घोषणा की, जिससे विवाद खड़ा हो गया। बाद में उन्होंने दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था, लेकिन इस सफाई को लालू ने खारिज कर दिया।

लालू ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकालने की घोषणा की। उन्होंने कहा, “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना हमारे सामाजिक न्याय के संघर्ष को कमजोर करती है। तेज प्रताप का व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। इसलिए, उन्हें पार्टी और परिवार से अलग किया जाता है। वे अगले 6 साल तक पार्टी में कोई भूमिका नहीं निभाएंगे।”

परिवार में तनाव, तेजस्वी का रुख : तेज प्रताप की हरकतों से लालू का परिवार पहले से ही असहज था। छोटे भाई और RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “तेज प्रताप की निजी जिंदगी के बारे में हमें भी मीडिया के जरिए पता चलता है। वे एक वयस्क हैं और अपने फैसले खुद लेते हैं। मुझे यह सब पसंद नहीं, लेकिन मैं अपने काम पर ध्यान दे रहा हूं।”

लालू की बेटी रोहिणी आचार्य, जिन्होंने पिता को किडनी दान की थी, ने भी तेज प्रताप का नाम लिए बिना उनके व्यवहार की आलोचना की। उन्होंने कहा, “जो लोग परिवार और परंपरा की मर्यादा को तोड़ते हैं, वे खुद आलोचना का पात्र बनते हैं। हमारे लिए पिता, परिवार और पार्टी सर्वोपरि हैं।”

क्या होगा इस फैसले का राजनीतिक असर और विपक्ष का रुख : लालू के इस फैसले से तेजस्वी के राजनीतिक करियर पर पड़ रहे नकारात्मक असर को कम करने की कोशिश दिखती है। हालांकि, विपक्षी दल BJP और JDU इस मौके का फायदा उठाने की कोशिश में हैं। तेज प्रताप के तलाक और ऐश्वर्या के परिवार के साथ विवाद को पहले भी विपक्ष ने लालू के खिलाफ हथियार बनाया था। ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय ने RJD छोड़कर JDU जॉइन कर लिया था और लालू के परिवार पर कई आरोप लगाए थे।

तेज प्रताप का विवादित इतिहास : 1988 में गोपालगंज में जन्मे तेज प्रताप बिहार सरकार में स्वास्थ्य और वन मंत्री रह चुके हैं। उनकी अजीबोगरीब हरकतों, जैसे अचानक विवादास्पद बयान देना, ने लालू और RJD को कई बार मुश्किल में डाला। BJP ने इन हरकतों का इस्तेमाल लालू और तेजस्वी पर हमला करने के लिए किया। कुछ मौकों पर BJP ने तेज प्रताप को तेजस्वी के खिलाफ भड़काने की कोशिश भी की। तेज प्रताप का तलाक और उनकी हरकतें पहले भी विपक्षी दलों, खासकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के लिए हमले का हथियार बन चुकी हैं। ऐश्वर्या राय ने लालू की पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय ने RJD छोड़कर JDU जॉइन कर लिया और लालू से बदला लेने की बात कही थी।

क्या होगा तेज प्रताप का अगला कदम?
यह सवाल उठ रहा है कि क्या तेज प्रताप अब BJP जैसे विपक्षी दलों में अपनी संभावनाएं तलाशेंगे। लालू की पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती का इस मुद्दे पर रुख अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन यह तय है कि लालू का यह फैसला बिहार की सियासत में नई बहस और उथल-पुथल को जन्म देगा। लालू ने इस फैसले से एक बड़ा जोखिम लिया है, लेकिन शायद यह तेजस्वी के भविष्य को बचाने की उनकी रणनीति हो। अब देखना यह है कि तेज प्रताप इस स्थिति का जवाब कैसे देते हैं और क्या विपक्ष इसका फायदा उठा पाएगा।
Edited By: Navin Rangiyal

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