हमारे यहां सरकारी स्कूल में जब कोई बच्चा शरारत करता है या पढ़ाई पर ध्यान नहीं देता है तो उसे सजा मिलती है और वो सजा होती है मुर्गा बनाना। यानी अपने दोनों हाथों से अपने दोनों कानों को पकड़कर उठक बैठक लगाना या फिर अपने हाथों को पैरों से क्रॉस कर के कान पकड़ना और नीचे मुंहकर के झुक जाना।
लेकिन अमेरिका में ऐसी पॉजिशन बनाने को इन दिनों सुपर ब्रेन योगा कहा जा रहा है। यानी हमारे यहां स्कूल में जो सजा थी, वो अब अमेरिका में लोगों के स्वास्थ्य के लिए योगा है।
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दरअसल, ट्विटर समेत दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ठीक उसी तरह कान पड़ककर मरीज उठक बैठक लगा रहा है। कमाल की बात यह है कि यह काम एक डॉक्टर अपने मरीज से अपने क्लिनिक में करवा रहा है। अमेरिका में सुपर ब्रेन योगा को लेकर खबरें चल रही हैं। यहां तक कि कई हेल्थ एजेंसियां सुपरब्रेन योगा के लाभ बता रहे हैं।
एक ट्विटर यूजर डॉ ममता आर सिंह ने अपने हैंडल से यह वीडियो शेयर कर उसके कैप्शन में लिखा।
हमारे स्कूल के दिनों की सजा ने अब अमेरिका ने री-डिस्कवर कर लिया है। इसे सुपरब्रेन योगा कहा जा रहा है। कोई आश्चर्य नहीं कि किसी दिन यही योगा यूएस से पेटेंट होकर भारत चला आए।
यूएस मीडिया में सुपर ब्रेन योगा की चर्चा हो रही है। डॉक्टर कह रहे हैं कि यह न्यूरो प्रॉब्लम दूर कर सकता है। ब्रेन के फंक्शन को ठीक करता है। याददाश्त को बढ़ा सकता है। पूरे न्यूरोलॉजिकल फंक्शन को डेवलेप करता और सिस्टम को ठीक रखता है।
दावा किया जा रहा है कि कुल मिलाकर ब्रेन से संबंधी मामलों में यह बहुत कारगर साबित हो सकता है। इसलिए यह न सिर्फ आम अमेरिकियों में बल्कि बॉयोलॉजिस्ट, डॉक्टर्स, टीचर, योगा गुरू सभी तरह के लोगों में लोकप्रिय हो रहा है। डॉक्टर कह रहे हैं कि इसे रोजाना 3 मिनट तक किया जाना चाहिए। कई लोग अपने बच्चों को भी सुपर ब्रेन योगा सिखा रहे हैं। भारत का योगा अमेरिका जाकर फिर से किसी न किसी रूप में भारत में आया है यह तो सभी जानते हैं। लेकिन अब स्कूल में दी जाने वाली सजा भी वहां योगा हो सकता है ये किसने सोचा था।
Written & Edited: By Navin Rangiyal