आने वाली कोरोना की तीसरी लहर के भय से देशभर में लोगों से सुरक्षित रहने की अपील की जा रही है। जहां लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है वहां पर भीड़भाड़ पर रोक लगाई जा रही है। इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए नीतीश सरकार ने 25 जुलाई से शुरू होने जा रहे सावन महीने को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है।
बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन के द्वारा जानकारी दी गई कि, बिहार सरकार से एक सीडी जारी की है, जिसमें किसी भी धार्मिक कार्यक्रम और उसके संगठन को अगस्त महीने तक पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। इतना ही नहीं लोगों की सुरक्षा और कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए इस बार श्रावणी मेले के आयोजन को भी स्थगित कर दिया गया है।
अखिलेश कुमार जैन ने लोगों से अपील की है कि वह अपने घरों से ही पूजा अर्चना करें। मंदिर आम जन के लिए पूरी तरह से बंद रहेंगे। मंदिर के पुजारी सिर्फ सुबह और शाम को पूजा अर्चना और आरती करेंगे। सावन महीने में जो भी उत्सव और मेले का आयोजन किया जाता है, उसे भी पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। लोगों को सुल्तानगंज और भागलपुर से जल भी नहीं दिया जाएगा। अखिलेश ने लोगों से अपील की है कि लोग जिस तरीके से हर बार सरकार का समर्थन करते हैं, इस बार भी इस फैसले का समर्थन करेंगे और सुरक्षा का ख्याल रखेंगे।
धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष ने लोगों ने घर में ही नमाज पढ़ने की अपील की है। बकरीद के दौरान किसी भी मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं मिलेगी। बकरीद के मौके पर किसी भी सार्वजानिक समारोह पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। सभी SDO, BDO और CO को निर्देश जारी करते हुए थाना और अनुमंडल स्तर पर शांति समिति की बैठक कर तमाम दिशा निर्देशों को बताने का निर्देश दिया गया।