तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को हेलीकॉप्टर हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ 11 अन्य अफसरों और जवानों की मौत हो गई। जनरल रावत के साथ वायुसेना के Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में ब्रिगेडिर स्तर के अधिकारी से लेकर उनके सहयोगी सवार थे। दर्दनाक हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जिंदा बचे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
वायुसेना ने बताया कि एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर में सीडीएस और 9 अन्य यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक हादसे में जान गंवाने वाले अन्य सभी भी सशस्त्र बल से हैं जिनकी पहचान ब्रिगेडियर एलएस लिद्दरर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्वाड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक, लांस नायक बीएस तेजा, हवलदार सतपाल, जेडब्ल्यूओ दास और जेड्ब्ल्यूओ प्रदीप के तौर पर हुई है।
वायुसेना ने दिए जांच के आदेश : अपने मुखर बयानों से कई बार विवाद खड़े कर देने वाले जनरल बिपिन रावत वेलिंगटन (नीलगिरी पहाड़ी) स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज (डीएसएससी) जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था। वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है।
एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर एक उन्नत सैन्य परिवहन हेलीकॉप्टर है जो कि वर्ष 2012 से वायुसेना के बेड़े में शामिल है। रशियन हेलीकॉप्टर्स की सहायक कंपनी 'कजान' द्वारा निर्मित एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर मौसम रडार के साथ ही नवीनतम पीढ़ी के 'नाइट विजन' उपकरणों से लैस है।
नेताओं ने जताया शोक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और कई मुख्यमंत्रियों समेत विभिन्न दलों के तमाम राजनेताओं ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया और एक उत्कृष्ट सैनिक के तौर पर उनकी सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट कर कहा कि जनरल रावत एक उत्कृष्ट सैनिक थे। एक सच्चे देशभक्त के रूप में उन्होंने सुरक्षा तंत्र और हमारे सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण में बहुत बड़ा योगदान दिया। रणनीतिक मामलों में उनकी दूरदृष्टि असाधारण थी। उनके निधन ने मुझे गहरा सदमा पहुंचाया है। ओम शांति।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी बैठक में शामिल हुए। बैठक में सीसीएस के सदस्यों को दुखद हादसे के बारे में जानकारी दी गई।