नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुधवार को लगातार तीसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। इस दौरान कांग्रेस दफ्तर से लेकर ईडी दफ्तर तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया।
संघीय जांच एजेंसी के कार्यालय के आसपास पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया था। कांग्रेस मुख्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया। दीपेंद्र हुड्डा घर पर ही धरने पर बैठ गए तो ईडी दफ्तर के बाहर भी कांग्रेस कायकर्ताओं ने हंगामा किया।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पुलिस पर कांग्रेस दफ्तर में घुसकर उसे सील करने का आरोप लगाया। उन्होंने सवाल किया कि पुलिस कांग्रेस दफ्तर में कैसे घुसी?
राहुल गांधी सीआरपीएफ जवानों की जेड श्रेणी की सुरक्षा के साथ सुबह करीब 11 बजकर 35 मिनट पर मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय पहुंचे। उनके साथ उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी आईं।
इससे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा था कि BJP ने राहुल के मुंह में हाथ डालने की कोशिश की है, उन्हें ये बहुत महंगा पड़ेगा। आप कार्यकर्ता-नेता को कार्यालय में आने से प्रतिबंध लगा रहे हैं। आप किसी को एक सीमा तक दबा सकते हैं उससे ऊपर नहीं। पूरा देश इस घटना को बेहद करीब से देख रहा है।
इस बीच दिल्ली पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं ली थी। पिछले ढाई दिन 800 लोग लिए गए।
वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से पिछले दो दिनों में ईडी कार्यालय में तकरीबन 21 घंटे पूछताछ हुई है। उनसे कई सत्रों में पूछताछ की गई और धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया गया। गांधी से मंगलवार को पूछताछ पूरी नहीं की जा सकी, इसलिए उन्हें बुधवार को अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है।