प्रसिद्ध अभिनेता और भाजपा सांसद परेशन रावल के एक ट्वीट से विवाद उत्पन्न हो गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जीप से कश्मीर के पत्थरबाजों को नहीं बल्कि अरुंधति रॉय को बांधना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों घाटी में पत्थरबाजों के खिलाफ सेना ने एक पत्थरबाज कश्मीरी को वाहन के आगे बांधकर मानव कवच के रूप में इस्तेमाल किया था। यह वीडियो उस समय काफी वायरल हुआ था।
परेश रावल के ट्वीट से विवाद उत्पन्न हो गया है और विभिन्न राजनीतिक दलों समेत अन्य लोगों ने उनका तीखा विरोध किया है, साथ ही इस मुद्दे पर उनके समर्थक भी कम नहीं है। हालांकि भाजपा ने परेश के ट्वीट से दूरी बना ली है, जबकि कांग्रेस ने इसकी आलोचना की है।
लेखिका अरुंधती रॉय ने फिल्म अभिनेता परेश रावल के विवादित ट्वीट पर किसी तरह की टिप्पणी करने से मना कर दिया है। एनडीटीवी इंडिया से बात में अरुंधती ने कहा, मैं इसे तूल नहीं देना चाहती। इस वक्त मैं कई जरूरी कामों में व्यस्त हूं।
कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा कि परेश रावल ने जो कुछ भी कहा है वह तानाशाही मानसिकता को दर्शाता है। गौरतलब है कि अरुंधति रॉय कश्मीर में सेना की कार्रवाई की आलोचना करती हैं साथ ही वे कई बार कश्मीर को लेकर विवादित बयान भी दे चुकी हैं।
माना जा रहा है कि परेश रावल की टिप्पणी से पहले कुछ पाकिस्तानी चैनलों पर यह खबर आई थी कि अरुंधती राय कश्मीरी युवक को जीप पर बांधने की घटना के बाद कश्मीर गई थीं और पाकिस्तान समर्थक बयान दिया। अरुंधती ने कहा कि ये बिल्कुल गलत है और वह इस बीच कभी कश्मीर गई ही नहीं। हालांकि अरुंधती राय पर कश्मीर और नक्सलवाद के संबंध में देशविरोधी बयान देने के आरोप लगते रहे हैं।