-अनुपमा जैन
नई दिल्ली। भारत को पर्यटन के लिए अधिक सुरक्षित व पसंदीदा पड़ाव बनाने के नजरिए से अब देश में पर्यटन पुलिस की संख्या बढ़ाई जा रही है। आंध्रप्रदेश, गोवा, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, मध्यप्रदेश और ओडिशा में पर्यटन पुलिस तैनात की गई है।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा के अनुसार पर्यटन मंत्रालय ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदशों को प्रमुख पर्यटन केंद्रों पर पर्यटन पुलिस तैनात करने की सलाह दी थी। अब आंध्रप्रदेश, गोवा, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, मध्यप्रदेश और ओडिशा की राज्य सरकारों/ केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने किसी न किसी स्वरूप में पर्यटन पुलिस तैनात कर दी है।
उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों सहित सभी पक्षों के साथ 'सुरक्षित और सम्मानजनक पर्यटन' के लिए आचार संहिता स्वीकार की है जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत विशेष रूप से पर्यटकों और स्थानीय निवासियों की गरिमा, सुरक्षा और शोषण तथा उत्पीड़न रोकने जैसे बुनियादी अधिकारों के सम्मान के लिए किए जाने वाली पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
आंकड़ों के अनुसार देश में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या हर वर्ष 6 से 7 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रही है। वर्ष 2013 में भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 70 लाख दर्ज की गई। इस वर्ष सितंबर तक विदेशी पर्यटकों की संख्या में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
ध्यान देने लायक बात यह है कि देश के पूर्वोत्तर हिस्से में जाने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या में तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है। वर्ष 2013 में पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में पिछले वर्ष की तुलना में 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जबकि वर्ष 2012 में यह वृद्धि 12 प्रतिशत थी और सबसे ज्यादा वृद्धि मणिपुर में दर्ज की गई। राष्ट्रीय स्तर पर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली तथा उत्तरप्रदेश विदेशी सैलानियों के पसंद में सबसे ऊपर रहे।
गौरतलब है कि थाईलैंड, मलेशिया, हॉलैंड, कोस्टारिका सहित अनेक देशों में पर्यटन पुलिस तैनात है। (वीएनआई)