कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को जारी मतगणना में दोपहर साढ़े 12 बजे तक 3,068 ग्राम पंचायत सीट पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार जबकि 1,151 सीट पर भाजपा उम्मीदवार आगे हैं। राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) 400 से अधिक ग्राम पंचायत सीट पर, जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस 110 ग्राम पंचायत सीट पर आगे है। एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि ये अनौपचारिक आंकड़े हैं, हम बाद में आधिकारिक घोषणा करेंगे।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह से मतगणना शांतिपूर्वक तरीके से जारी है। 22 जिलों में करीब 339 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। राज्य में करीब 74,000 सीट पर पंचायत चुनाव हुए थे।
सबसे अधिक 28 मतगणना केंद्र दक्षिण 24 परगना जिले में है जबकि सबसे कम चार मतगणना केंद्र कलिम्पोंग में हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि सुबह 8 बजे शुरू हुई मतगणना के अगले दो दिन जारी रहने की उम्मीद है। मतों की गिनती और नतीजे आने में वक्त लगेगा।
सभी मतगणना केंद्रों पर राज्य पुलिस तथा केंद्रीय बलों के सशस्त्र कर्मी तैनात हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मतगणना केंद्र के बाहर आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 लागू की गई है। 22 जिलों में कुल 767 स्ट्रांगरूम स्थापित किए गए हैं।
चुनावी हिंसा में हुई 15 लोगों की मौत : पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई। मतदान के दौरान मत पेटियां लूटी गईं, मतपत्रों में आग लगाई गई और कई स्थानों पर प्रतिद्वंद्वियों पर बम भी फेंके गए।
शनिवार को हुए चुनाव में 80.71 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि सोमवार को राज्य के जिन 696 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हुआ, वहां शाम पांच बजे तक 69.85 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। हिंसा और मतपेटियों से छेड़छाड़ की खबरें आने के बाद इन मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान कराने का फैसला किया गया था।
राज्य के ग्रामीण इलाकों की 73,887 सीट के लिए शनिवार को हुए मतदान में 5.67 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र थे। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा का इतिहास रहा है। राज्य में 2003 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान 76 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें से करीब 40 लोगों की मौत मतदान वाले दिन हुई थी।
बहरहाल, इस बार विपक्ष ने 90 प्रतिशत से अधिक सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं। 2018 के पंचायत चुनाव में तृणमूल ने 34 प्रतिशत सीट पर निर्विरोध चुनाव जीता था। उस समय तृणमूल ने 90 प्रतिशत सीट पर जीत दर्ज की थी।
टीएमसी उम्मीदवार ने स्याही फेंकी : राज्य में जारी मतगणना के बीच कूचबिहार के फलीमारी ग्राम पंचायत में एक मतगणना केंद्र पर कथित रूप से एक TMC उम्मीदवार द्वारा मतपत्रों पर स्याही और पानी फेंका गया। इस घटना के बाद काफी हंगामा हो गया। (भाषा)