नई दिल्ली। अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तिथियों की घोषणा होने के बाद शनिवार को आरोप लगाया कि अब संसद का बजट सत्र केंद्रबिंदु से हट जाएगा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना संसद को अप्रासंगिक बनाने की है।
संसद का बजट सत्र हर साल जनवरी महीने के आखिरी सप्ताह में आरंभ होता है। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओब्रायन ने कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र भाजपा की वजह से सुचारु रूप से नहीं चल सका। अब चुनाव के उफान के चलते बजट सत्र केंद्रबिंदु से हट जाएगा। यह मोदी की योजना है, संसद को अप्रासंगिक बनाओ ताकि वह किसी के प्रति जवाबदेह नहीं रहें।
निर्वाचन आयोग ने शनिवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रमों की घोषणा कर दी। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिये 10 फरवरी से लेकर सात मार्च तक सात चरणों में मतदान होगा, वहीं उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक ही चरण में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा और इन सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होगी।
आयोग की इस घोषणा के साथ ही इन 5 राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। आयोग ने यह भी कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर कोई भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार किसी भी तरह की रैली या जनसभा, रोड शो, पद यात्रा या साइकिल या बाइक रैली या फिर नुक्कड़ सभाओं का आयोजन 15 जनवरी तक नहीं करेगा।