मुंबई। शिवसेना और पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर एकनाथ शिंदे गुट के हक में चुनाव आयोग के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ने परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो बीएमसी और लोकसभा का चुनाव साथ कराकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि देश में तानाशाही की शुरुआत हो गई है।
उद्धव ने कहा कि देश में केन्द्र सरकार की दादागीरी चल रही है। देश में तानाशाही शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे ने धनुष-बाण चुरा लिए हैं, लेकिन असली चिह्न हमारे पास है। वहीं, शिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे ने चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है।
यह लोकतंत्र की हत्या है : दूसरी ओर, उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि हम नया चुनाव चिह्न लेकर जनता के बीच जाएंगे और नई पार्टी खड़ी करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का फैसला लोकतंत्र की हत्या है। हम इस फैसले को अदालत में चुनौती देंगे।
क्या बोले देवेन्द्र फडणवीस : दूसरी ओर, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि उद्धव गुट ने दो वक्तव्य टाइप करके रखे हुए थे। यदि फैसला उनके पक्ष में आता तो वे कहते कि सत्य की जीत हुई है। लेकिन, अब फैसला उनके खिलाफ आया है तो वे इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग और न्यायालय कानून के हिसाब से चलते हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala