मुंबई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध के विचार को बुधवार को अस्वीकार कर दिया। उनकी पार्टी के नेता और राज्य के मंत्री रामदास कदम ने पर्यावरण की रक्षा के लिए पटाखों पर प्रतिबंध की मांग की थी। इसके एक दिन बाद शिवसेना प्रमुख ने इस विचार को अस्वीकृत किया।
हिन्दू त्योहार के दौरान समारोहों पर नियंत्रण किए जाने की निंदा करते हुए नजर आए उद्धव ने कहा, अभी तक बस यही चीज नहीं कही है कि पंचांग फाड़ दो क्योंकि त्योहार छलकपट हैं। आखिरकार त्योहार अपनी चमक खो चुके है।
कदम ने कल मंत्रालय में स्कूली बच्चों को पर्यावरण के अनुकूल दीवाली मनाए जाने की शपथ दिलाते हुए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में उच्चतम न्यायालय के निर्णय की राह पर चलते हुए मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से राज्य में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की थी।
कदम ने बयान से मुकरते हुए कहा कि शिवसेना हिन्दू भावनाओं के खिलाफ किसी भी कार्रवाई का समर्थन नहीं करेंगी। उन्हें अपने बयान के लिए पार्टी के अपने सहयोगी संजय राउत और एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे से आलोचना का सामना करना पड़ा था।
कदम ने आज कहा, मैंने यह कभी नहीं कहा कि राज्य सरकार प्रतिबंध के बारे में विचार कर रही है। उन्होंने कहा, मैंने यह कहा था कि यह मुद्दा संवेदनशील है और यदि प्रतिबंध लगाना पड़ा तो इस पर उद्धव ठाकरे तथा मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस विचार करेंगे और नीतिगत निर्णय लेंगे।
गुरुग्राम में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध : उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद प्रशासन ने गुरुग्राम जिले में एक नवम्बर तक पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है और अपने अधिकारियों को गोदामों और दुकानों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
जिला मजिस्ट्रेट विनय प्रताप सिंह ने कहा कि इस कदम से वायु प्रदूषण की जांच करने में मदद मिलेगी जो पिछले वर्ष राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दीवाली के दौरान खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था।
अधिकारी ने कहा कि त्योहार के दौरान और बाद में पटाखे जलाए जाने के कारण वायु गुणवत्ता काफी और चिंताजनक रूप से बिगड़ती जा रही है। उच्चतम न्यायालय के दिल्ली और एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाए जाने के निर्देशों के बाद पटाखों पर प्रतिबंध का यह आदेश आया है।
सिंह ने कहा, एहतियाती कदम उठाते हुए दीपावली के शांतिपूर्ण ढंग से मनाए जाने को लेकर सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई। जिले में पटाखों की बिक्री पर 31 अक्टूबर तक प्रतिबंध रहेगा।
सिंह ने कहा, हमने उच्चतम न्यायालय के निर्देशों को लागू करने के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं और उनसे गोदामों तथा दुकानों का निरीक्षण करने के लिए कहा है। टीमें यह सुनिश्चित करेंगी कि जिले के प्रवेश और निकास द्वार पर किसी भी तरह के पटाखे की अनुमति नहीं दी जाए। (भाषा)