नई दिल्ली। केंद्रीय एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि वह खादी प्राकृतिक पेंट के ब्रांड एम्बेसेडर होंगे और इसे पूरे देश में बढ़ावा देंगे ताकि युवा उद्यमियों को गाय के गोबर से पेंट का निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
जयपुर में खादी प्राकृतिक पेंट की नई स्वचालित निर्माण इकाई का 'ऑनलाइन' उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि यह देश में ग्रामीण और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण साबित होगा। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि गाय के गोबर से बनाया जाने वाला यह देश का पहला पेंट बनाने का संयंत्र है।
गडकरी के हवाले से बयान में कहा गया है कि लाखों करोड़ रुपए की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करना इतना सुखद और संतोषजनक नहीं है जितना इस विनिर्माण इकाई का उद्घाटन करना रहा है। खादी प्राकृतिक पेंट में समाज के गरीब से गरीब व्यक्ति के लाभ के लिए सतत विकास करने की व्यापक संभावनाएं हैं और हमारा लक्ष्य प्रत्येक गांव में कम से कम एक प्राकृतिक पेंट इकाई स्थापित करने का होना चाहिए।
नया संयंत्र खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) की इकाई कुमारप्पा राष्ट्रीय हस्तनिर्मित कागज संस्थान (केएनएचपीआई), जयपुर परिसर में स्थापित किया गया है। नई विनिर्माण इकाई चालू होने से प्राकृतिक पेंट की उत्पादन क्षमता दोगुनी हो जाएगी। वर्तमान में प्राकृतिक पेंट का दैनिक उत्पादन 500 लीटर है जिसे बढ़ाकर प्रतिदिन 1,000 लीटर किया जाएगा। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि नया संयंत्र आधुनिक प्रौद्योगिकी और मशीनरी से लैस है, जो गुणवत्ता और एकरूपता के मामले में उत्पाद के उच्चतम मानकों को भी सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने कहा कि यह पेंट परियोजना किसानों की आय बढ़ाने और देश में स्वरोजगार पैदा करने के दोहरे उद्देश्यों के साथ शुरू की गई है। बयान के अनुसार कि यह पेंट 2 किस्मों- डिस्टेंपर और इमल्शन में उपलब्ध है। इसमें 'अष्टलाभ' यानी 8 लाभ शामिल हैं। जैसे विषाणुरोधी, फंफूदीरोधी और प्राकृतिक थर्मल इंसुलेशन गुण। यह पेंट पर्यावरण अनुकूल, गंधहीन और सस्ता भी है।(भाषा)