नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि ब्रिटेन ने भारत से कहा है कि भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को एक ‘गोपनीय मामले’ का समाधान होने तक प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता।
माल्या प्रत्यर्पण के खिलाफ मई में ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में अपनी अपील में हार गया था। भारत तभी से माल्या को प्रत्यर्पित करने के लिए ब्रिटेन पर दबाव बना रहा है। भगोड़े कारोबारी पर मनी लांड्रिंग और फर्जीवाड़े के आरोप हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अब हमें बताया गया है कि कोई गोपनीय कानूनी मामला है और इसका समाधान होने तक उसका प्रत्यर्पण नहीं हो सकता...हम ब्रिटेन सरकार के संपर्क में हैं।
उन्होंने कहा कि प्रत्यर्पण के खिलाफ सभी प्रयासों में माल्या के हार जाने के बाद भारत लगातार ब्रिटेन सरकार के संपर्क में है।