प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट ने एकीकृत पेंशन योजना (UPS) को मंजूरी दी। यह 1 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगी। UPS को 10 बिंदुओं के माध्यम से समझें। किसे मिलेगा फायदा और क्या होंगे नियम।
1. सुनिश्चित पेंशन: सेवानिवृत्त व्यक्तियों को अब सेवानिवृत्ति से पहले अंतिम 12 महीनों में उनके औसत मूल वेतन का 50% पेंशन के रूप में मिलेगा, बशर्ते कि उन्होंने 25 वर्ष की न्यूनतम अर्हक सेवा की हो। कम सेवा अवधि के लिए आनुपातिक, न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा तक।
2. सरकार अपना अंशदान 14% से बढ़ाकर 18.5% कर रही है। कर्मचारियों का अंशदान नहीं बढ़ेगा।
3. सुनिश्चित पारिवारिक पेंशन: किसी पेंशनभोगी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु की स्थिति में, उसके परिवार को कर्मचारी को मिलने वाली पेंशन का 60% प्राप्त होगा।
4. सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन: न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा के बाद सेवानिवृत्ति पर पेंशन के रूप में ₹10,000 प्रति माह।
5. मुद्रास्फीति संरक्षण: पेंशन को मुद्रास्फीति के अनुसार अनुक्रमित किया जाएगा। महंगाई राहत औद्योगिक श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI-IW) पर आधारित होगी, जैसा कि सेवारत कर्मचारियों के मामले में होता है।
6. ग्रेच्युटी के अतिरिक्त सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त भुगतान। सेवा के प्रत्येक पूर्ण छः माह के लिए सेवानिवृत्ति की तिथि पर मासिक परिलब्धियों (वेतन + डीए) का 1/10वां हिस्सा।
7. यूपीएस के प्रावधान एनपीएस के पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारियों (जो पहले ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं) पर लागू होंगे। पिछली अवधि के बकाया का भुगतान पीपीएफ दरों पर ब्याज के साथ किया जाएगा।
8. यूपीएस कर्मचारियों के लिए एक विकल्प के रूप में उपलब्ध होगा। मौजूदा एनपीएस/वीआरएस के साथ-साथ एनपीएस के साथ-साथ भविष्य के कर्मचारियों के पास यूपीएस में शामिल होने का विकल्प होगा। एक बार चुना गया विकल्प अंतिम होगा।
9. यूपीएस का क्रियान्वयन केन्द्र सरकार द्वारा किया जा रहा है। इससे लगभग 23 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। राज्य सरकारों द्वारा अपनाए जाने के लिए भी यही संरचना तैयार की गई है।
10. यदि राज्य सरकारें भी इसे अपनाती हैं, तो इससे 90 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिल सकता है, जो वर्तमान में एनपीएस पर हैं।
(नोट : यह जानकारी पीआईबी हिंदी के एक्स (ट्विटर) अकाउंट से ली गई है।)
Edited By: Navin Rangiyal