चमोली। चमोली आपदा का एक 30 सेकंड का दिल दहलाने वाला वीडियो सामने आया है। इसमें तपोवन स्थित धौलीगंगा नदी में एनटीपीसी के कर्मचारी निर्माणाधीन पीलर में काम कर रहे हैं। तभी पीछे से सैलाब आया और उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला। देखते ही देखते जलजला उन्हें अपने आगोश में लेता हुए आगे बढ़ गया। करीब 6-7 मजूदर इसकी चपेट में आए हैं।
गौरतलब है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में अचानक ऋषिगंगा और धौलगंगा नदी में पानी का जलजला आने से रैणी गांव में ऋषिगंगा नदी पर हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का डैम धवस्त हो गया था। इसने भारी तबाही मचाई और 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित धौलीगंगा नदी में एनटीपीसी के बांध को भी चपेट में ले लिया।
इससे भारी तबाही मची में कुल 206 लोग प्रभावित हुए। इनमें से 34 शव मिल गए। 8 लोगों की शिनाख्त हो चुकी है। अभी भी 174 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
घटना रविवार 7 फरवरी की सुबह करीब 10 बजे की थी। इससे अलकनंदा नदी में भी पानी बढ़ गया था। प्रशासन ने नदी तटों को खाली कराने के बाद ही श्रीनगर बैराज से पानी कंट्रोल कर लिया। वहीं, टिहरी डाम से भी आगे पानी को बंद कर दिया था। इससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। आपदा से कई छोटे पुल ध्वस्त हो गए। 13 गांवों का आपस में संपर्क कट गया।