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सर्दी और हड़ताल ने घटाए वैष्णोदेवी श्रद्धालु

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सुरेश एस डुग्गर

श्रीनगर। पहले से ही लगातार घटती श्रद्धालुओं की संख्या के कारण परेशान माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड की परेशानी अब हजारों श्रमिकों की हड़ताल बन गई है, जो नए सड़क मार्ग को मुद्दा बनाकर पिछले 8 दिनों से हड़ताल पर हैं। स्पष्ट शब्दों में कहें तो श्रमिकों की हड़ताल यात्रा को वाट लगा रही है और इसमें सर्दी अपना तड़का लगा रही है बावजूद इसके कि श्राइन बोर्ड ने सर्दी से निपटने को बहुतेरे इंतजाम किए हैं।
वैष्णोदेवी जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर यह है कि आधार शिविर कटरा बंद है। यह बंद नए मार्ग को लेकर किया गया है। वैष्णोदेवी में पौनी और पिट्ठूवालों एवं मजदूरों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
 
पिछले 8 दिनों से ये लोग नए मार्ग को लेकर विरोध कर रहे हैं। इससे यात्रा बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। यात्रियों को बिना घोड़ों, पालकियों और पिट्ठूवालों की सहायता के ही भवन का रुख करना पड़ रहा है। अब प्रदर्शनकारियों के संग उनके परिवारवाले भी भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। ये लोग मांग कर रहे हैं कि राज्यपाल खुद उन्हें आश्वस्त करें कि नए मार्ग से उनके काम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
 
गौरतलब है कि राज्यपाल एनएन वोहरा माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। वहीं दूसरी और जानकारी के अनुसार, वैष्णोदेवी जाने वाले श्रद्धालुओं को इस विरोध प्रदर्शन के कारण परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। बुजुर्गों और बीमार लोगों को पालकियां और घोड़े नहीं मिल रहे हैं। बच्चों के लिए पिटठू नहीं हैं। 
 
आज दुकानदारों ने भी इस विरोध प्रदर्शन का साथ देते हुए कटरा में पूर्ण बंद रखा है। इससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नतीजतन यात्रा बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। इसमें भयानक सर्दी भी अपनी भूमिका निभाने लगी है। हालांकि सर्दी से निपटने को श्राइन बोर्ड ने बहुतेरे इंतजाम किए हैं पर सर्दी भी यात्रा पर अपना प्रभाव छोड़ रही है।
 
दरअसल इन दिनों उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर वैष्णोदेवी यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं पर भी देखने को मिल रहा है। दर्शनों को आए श्रद्धालुओं के ठंड से बचाव हेतु समूचे यात्रा मार्ग पर अंगीठियां जलाई जा रही हैं, ताकि रात के समय यात्रा करने वाले ठंड से कुछ हद तक राहत पा सकें। इस संबंध में सीईओ एके साहू का कहना था कि भवन सहित समूचे क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
 
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बोर्ड प्रशासन द्वारा यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। समूचे यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु पीने के गर्म पानी की भी व्यवस्था की गई है। कड़ाके की ठंड को देखते हुए ज्यादा कंबल भी श्रद्धालुओं को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं के रुकने वाले स्थलों पर जल्द ही 100 ब्लोअर की व्यवस्था की जा रही है, ताकि भवन पर रुकने वाले श्रद्धालुओं को ठंड से राहत मिल सके।
 
जानकारी के अनुसार, भवन पर रुकने के लिए 89 कमरे, 422 डोरमैट्री हैं, जिनका श्रद्धालु कटरा से ही बुकिंग कर भवन की ओर प्रस्थान करते हैं। वहीं 300 बैड की अतिरिक्त नि:शुल्क व्यवस्था भी बोर्ड प्रशासन द्वारा की गई है, लेकिन भवन पर रुकने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हमेशा अधिक रहती है, जिसे देखते हुए बोर्ड ने अन्य स्थलों पर श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था की है।

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