नई दिल्ली। मशहूर वकील और राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार थे। वे आरजेडी से राज्यसभा में सांसद थे। शाम 4 बजे जेठमलानी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दिल्ली में अपने घर पर राम जेठमलानी ने अंतिम सांस ली। 2 साल पहले उन्होंने वकालत छोड़ दी थी। जेठमलानी देश के सबसे बेहतरीन वकीलों में गिने जाते थे। पाकिस्तान के सिंध में उनका जन्म हुआ था। विभाजन के बाद वे भारत आ गए थे।
17 साल की उम्र में उन्होंने एलएलबी कर लिया था। 18 साल की उम्र में उन्होंने प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। 93 साल तक वे वकालत में सक्रिय रहे थे।
राम जेठमलानी ने अपने जीवन में कई बड़े केस लड़े और जीते थे। जेठमलानी दिग्गज वकील होने के साथ-साथ वे वाजपेयी सरकार में केंद्रीय कानून मंत्री भी रह चुके हैं। राम जेठमलानी पिछले 2 हफ्ते से गंभीर तौर पर बीमार थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जेठमलानी के निधन पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि जरूरतमंद की मदद करना उनका व्यक्तित्व था। इमरजेंसी के दौरान जेठमलानीजी के संघर्ष को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जेठमलानी के निधन पर दु:ख व्यक्त किया।