लखनऊ। विश्व हिन्दू परिषद ने देश के हर गांव में मंदिर बनाने का फैसला किया है। विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि संगठन ने देश के हर गांव में भगवान राम का मंदिर बनाने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि राम मंदिर आंदोलन से जुड़ा अयोध्या विवाद मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है।
शर्मा ने बताया कि 15 अप्रैल से रामनवमी शुरू हो रही है और उसी दिन से विहिप 7 दिवसीय राम महोत्सव आयोजित करेगी। इस दौरान भगवान राम की हर गांव में पूजा की जाएगी तथा सवा लाख गांवों तक इस महोत्सव के जरिए पहुंचने की कोशिश की जाएगी। हम राम महोत्सव पूर्व में भी मना चुके हैं और संगठन 70 से 75 हजार गांवों तक पहुंच बना चुका है।
उन्होंने कहा कि राम महोत्सव के दौरान भगवान राम की मूर्ति की पूजा की जाएगी। चाहे मूर्ति हो या चित्र, पूजा के बाद इनकी स्थापना की जाएगी। उत्तरप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मंदिर मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। हाल ही में भाजपा नेता सुब्रहमण्यम स्वामी ने विश्वास जताया है कि अयोध्या में साल के अंत से पहले राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।
उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि मंदिर निर्माण आंदोलन के जरिए नहीं, बल्कि अदालत के आदेश के जरिए होगा। स्वामी ने ये उम्मीद भी जताई कि अगस्त या सितंबर तक फैसला आ जाएगा और मुस्लिम एवं हिन्दू समुदायों की परस्पर सहमति से मंदिर निर्माण किया जाएगा।
इस सवाल पर कि क्या गांव-गांव में राम मंदिर बनाने का अभियान उत्तरप्रदेश के 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों से संबद्ध है? शर्मा ने कहा कि राम को चुनावों से नहीं जोड़ना चाहिए। राम हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक हैं और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण हर हिन्दू की प्रतिबद्धता है।
उत्तरप्रदेश में सत्ताधारी सपा ने कहा है कि अदालत की अनुमति के बिना अयोध्या में विवादित स्थल पर मंदिर निर्माण की इजाजत नहीं दी जाएगी। सपा के वरिष्ठ नेता एवं वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि अदालत की अनुमति के बिना एक भी ईंट रखने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
शर्मा से जब स्वामी के बयान के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह देशभर के करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का सवाल है और हम अपने संरक्षक दिवंगत अशोक सिंघल के सपने को साकार करना चाहते हैं। (भाषा)