छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद जेल में हैं। चिन्मयानंद से 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने में छात्रा, संजय सिंह, विक्रम सिंह और सचिन सेंगर भी जेल में हैं।
छात्रा ने चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस बीच इस केस में एक नया खुलासा सामने आया है। इस केस से संबंधित संजय के पास मौजूद वीडियो को दो नेता खरीदना चाहते थे। संजय को उन पर रिश्तेदार होने के बाद भी भरोसा नहीं था। संजय का लालच उसे जेल की सलाखों के पीछे ले गया।
2019 से बनना शुरू हो गए थे चिन्मयानंद के कारनामों के वीडियो : अप्रैल 2019 से चिन्मयानंद की कारगुजारियों के वीडियो बनना शुरू हुए थे। कुछ वीडियो संजय को मिल भी गए थे। संजय ने उन वीडियो के बारे अपने चचेरे भाई विक्रम सिंह उर्फ दुर्गेश सिंह को बताया। जब विक्रम को उसकी बात पर विश्वास नहीं हुआ, तो संजय ने वीडियो अपने मोबाइल में दिखा दिए। इन वीडियो के जरिए चिन्मयानंद से मोटी रकम वसूल करने का प्लान भी संजय ने विक्रम को बताया था।
विक्रम ने नेता को बता दी थी वीडियो वाली बात : विक्रम के जरिए ही यह वीडियो वाली बात गांव में ही रहने वाले रिश्तेदार और नेताजी के पास पहुंची। नेताजी ने भी इन वीडियो को हासिल करने के लिए अपना दिमाग लगाना शुरू कर दिया। उन्होंने इन वीडियो को लेकर अपने कैडर में कुछ लोगों से चर्चा की। इसके बाद एक और रिश्तेदार जो नेता को वीडियो के बारे में पता चला। खबरों के अनुसार अब दोनों नेता इस वीडियो को हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
खबरों के अनुसार विक्रम के जरिए दोनों नेताओं ने संजय से वीडियो खरीदने की पेशकश की। बताया जा रहा है कि दोनों नेता वीडियो के लिए मनचाहा पैसा देने को तैयार थे।
एसआईटी इस बात की तलाश कर रही है कि दोनों नेता वीडियो हासिल कर क्या खुद ही सौदा करते? दूसरी तरफ संजय को लग रहा था कि वह चिन्मयानंद को खुद वीडियो बेचेगा तो रुपयों का बंटवारा नहीं करना पड़ेगा। उसे खुद अपने चचेरे भाई विक्रम पर भरोसा नहीं था। इसलिए उसने प्रस्ताव के बाद भी वीडियो नहीं बेचा।