मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को संकट में फंसे शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ मनी लांड्रिंग के तहत नया आरोपपत्र दाखिल किया। माल्या के अलावा उससे जुड़ी 2 कंपनियों तथा अन्य का नाम भी आरोपपत्र में शामिल है। इनके खिलाफ राष्ट्रीयकृत बैंकों के गठजोड़ से 6,000 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी का आरोप है।
एजेंसी ने यहां विशेष अदालत में मनी लांड्रिंगरोधक कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत आरोपपत्र या अभियोजन शिकायत दाखिल की। आरोपपत्र में माल्या के अलावा किंगफिशर एयरलाइंस, यूनाइटेड ब्रूवरीज होल्डिंग्स लि. और अन्य का नाम है। पीटीआई ने रविवार को सबसे पहले इस बारे में खबर दी थी।
केंद्रीय जांच एजेंसी अदालत से तत्काल भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश के तहत माल्या 9,000 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियों को कुर्क करने की अनुमति मांगेगी। ईडी ने पिछले साल माल्या के खिलाफ पहला आरोपपत्र दायर किया था। माल्या इस समय लंदन में है। माल्या के खिलाफ पहला आरोपपत्र 900 करोड़ रुपए के आईडीबीआई बैंक-किंगफिशर एयरलाइंस ऋण धोखाधड़ी मामले में दायर किया था। ईडी अब तक इस मामले में 9,890 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त कर चुका है।
अधिकारियों ने कहा कि नया आरोपपत्र भारतीय स्टेट बैंक की उस शिकायत पर आधारित है, जो उसने माल्या एवं उसकी कंपनियों द्वारा 2005-10 से दौरान बैंकों के समूह से लिए गए 6,027 करोड़ रुपए के ऋण का भुगतान नहीं करने से संबंधित है। इस मामले में सीबीआई की एफआईआर पर संज्ञान लेते हुए ईडी अपनी जांच कर रहा है। (भाषा)