नई दिल्ली। संकट का सामना कर रहे शराब कारोबारी विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस मामले में कथित धन के दुरुपयोग मामले में खुद को बेगुनाह बताया और कहा कि अदालत में भी उनके खिलाफ कुछ नहीं निकला है।
माल्या ने ट्वीट जारी कर कहा, 'अब तक, अदालत में चली सुनवाई में यह तय नहीं हुआ है कि किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का कितना कर्ज है और मुझ पर व्यक्तिगत तौर पर कितना कर्ज है।'
माल्या ने लगातार जारी ट्वीट में हाल के घटनाक्रमों को लेकर यहां मीडिया कवरेज पर भी चिंता जताई और कहा कि जब तक उन्हें किसी अदालत से दोषी नहीं ठहराया जाता तब तक वह बेगुनाह हैं।
माल्या ने कहा कि हमारे देश में, मैं समझता हूं कि जब तक दोषी नहीं ठहराया जाता है तब तक व्यक्ति बेगुनाह होता है। मीडिया ने जिसका व्यापक प्रभाव है, मुझे बिना किसी सुनवाई और फैसले के ही दोषी ठहरा दिया है।
उन्होंने कहा कि मीडिया में ऐसी खबरें प्रकाशित हुई हैं कि मैं बैंकों का धन लेकर भाग गया हूं, जबकि मैंने इस धन को खुद आगे रहकर कभी उधार नहीं लिया।
पूंजी बाजार नियामक सेबी ने 25 जनवरी को माल्या और छह अन्य लोगों को प्रतिभूति बाजार में कारोबार करने से रोक लगा दी है। सेबी ने यह कदम माल्या की कंपनी यूनाइटेड स्प्रिट लिमिटेड (यूएसएल) से धन का दुरपयोग किए जाने के मामले में लगाई गई। यूनाइटेड स्प्रिट को माल्या ने ही खड़ा किया था और बाद में इसे डियाजिओ को बेच दिया। माल्या ने मार्च 2016 में यूएसएल के चेयरमैन और निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। (भाषा)