नई दिल्ली। फरीदाबाद में दलित बच्चों को जिंदा जलाए जाने की घटना पर विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने एक विवादित बयान देते हुए कहा कि यदि कोई कुत्ते को पत्थर मार दे तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है। केंद्र सरकार का दलित बच्चों की मौत से कुछ लेना-देना नहीं है।
भाजपा ने वीके सिंह के इस बयान की निंदा करते हुए इससे किनारा कर लिया। पार्टी नेता प्रभात झा ने बयान को असंवेदनशील बताया और कहा कि ऐसे बयानों से पार्टी मुश्किलों में घिरती है।
सिंह ने उत्तरप्रदेश स्थित अपने संसदीय क्षेत्र गाजियाबाद में कहा, 'देखो, बात यह है कि स्थानीय घटनाओं को केंद्र सरकार से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। जांच चल रही है। दो परिवारों के बीच झगड़ा था। यह झगड़ा..कैसे इसने यह रूप लिया..प्रशासन कहां विफल रहा, इसके बाद केंद्र पर बात आती है।'
हरियाणा के फरीदाबाद में 19-20 अक्टूबर की दरम्यानी रात में दलित परिवार को जिंदा जला दिए जाने की घटना का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, 'हर चीज के लिए सरकार जिम्मेदार हो, ऐसा नहीं है, जैसे कि यदि कोई एक कुत्ते पर पत्थर फेंकता है तो भी सरकार जिम्मेदार है..ऐसा नहीं है।' इस घटना में दो छोटे बच्चे जलकर मर गए थे।
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्रीय मंत्री ऐसे बयान दे रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि किसे कुत्ता कहा और किसे पत्थर कहा, यह उन्हें बताना चाहिए। कांग्रेस ने इस विवादित बयान के लिए वीके सिंह से माफी की मांग की।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दिल्ली में कहा, 'यह निंदनीय है, स्तब्ध करने वाला और अमानवीय है। जनरल वी के सिंह ने न सिर्फ देश के पूरे दलित समाज का अपमान किया है बल्कि सभी भारतीयों का अपमान किया है। यह मोदी सरकार की सोच को दर्शाता है, जो कि दलितों का अपमान करती है, अल्पसंख्यकों का अपमान करती है और गरीबों एवं पददलितों को हेय दृष्टि से देखती है।'