विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर देशभर में जमकर बहस हो रही है। कोई इसे महज झूठ का पुलिंदा बता रहा है तो कोई कह रहा है कि यही कश्मीरी पंडितों के दर्द की हकीकत है।
अब फिल्म में कश्मीरी पंडित बीके गंजू की पत्नी को उसके पति के खून से सने चावल खिलाने वाले दृश्य को लेकर भी चर्चा हो रही है।
फिल्म द कश्मीर फाइल्स में आतंकियों की बर्बरता देख हर कोई सहमा हुआ है। कश्मीरी पंडित आज भी इसी बर्बरता के सदमे में हैं।
फिल्म में दो कहानियां सबसे ज्यादा चर्चा में रहीं और लोगों का दिल भी दहलाया। ये कहानियां थीं गिरजा टिक्कू और बाल किशन गंजू (BK Ganjoo) की। फिल्म में चावल के ड्रम में दिखाई गई हत्या बी के गंजू के साथ घटी असली घटना से ली गई है। इसमें दिखाया गया है कि आतंकी उनको गोलियों से भूनने के बाद उनकी पत्नी को उनके खून से सने चावव खाने के लिए कहते हैं। अब एक इंटरव्यू के दौरान बीके गंजू के भाई ने शिबन बताया है कि हकीकत में क्या हुआ था।
बीके गंजू के भाई शिबन गंजू ने मीडिया में दिए अपने इंटरव्यू ने बताया कि उनके भाई की उम्र उस वक्त करीब 35 साल थी।
वह ऑफिस के लिए तैयार हो रहे थे। तभी 4 आतंकियों ने घर में घुसकर बालकृष्ण के बारे में पूछा। बीके उस वक्त तीसरे फ्लोर पर थे। उनकी पत्नी ने डरकर कह दिया कि वह दफ्तर चले गए। खोजने के बाद बाल कृष्ण नहीं मिले तो आतंकी चले गए लेकिन बाहर निकलते ही पड़ोसियों ने बता दिया कि वह चौथी मंजिल पर हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिबन ने बताया कि उनके भाई चावल के ड्रम में छिपे थे। आतंकियों ने उनको 8 गोलियां मारीं। वे लोग मारकर नीचे आए और बीके गंजू की पत्नी से कहा कि तुम्हारा पति मर गया, देखो जाकर। पत्नी ने कहा, हमें भी मार दो, हमको किसके सहारे छोड़ा है। इस पर आतंकी बोले, कोई रोने वाला भी होना चाहिए।
शिबन से पूछा गया कि क्या आतंकियों ने उन्हें खून से सने चावल खिलाए। इस पर वह बोले कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। भाभी ने भी कभी यह बात नहीं बताई।
इसलिए पुख्ता तौर पर नहीं कह सकते कि ऐसा हुआ था या नहीं। शिबन ने बताया जब भाई की हत्या हुई तो उनकी बेटी 2 साल की थी। उन्होंने बताया कि बिट्टा कराटे उनका पड़ोसी था। बाद में पता चला था कि कई पड़ोसी आतंकी बन चुके हैं।