Wayanad, landslide tragedy :केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन का भयावह वीडियो सामने आया है। यह तस्वीरें इतनी भयावह हैं कि देखकर दिल दहला देगी। बता दें कि इस हादसे में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई, जबकि 119 लोग अभी भी लापता हैं। सीसीटीवी वीडियो में देखा जा सकता है कि पानी की गति इतनी तेज थी कि किसी के पास भागने का मौका भी नहीं था। देखकर लगता है कि कुछ ही सेकंड में लोगों की दुनिया मलबे में तब्दील हो गई। कई अनाथ हो गए तो कई लोगों की मौत हो गई।
मौत की नींद सुला दिया : रात का समय होने के कारण सभी लोग सो रहे थे और मलबे के साथ तेज गति से आए पानी ने सभी को मौत की नींद सुला दिया। वायनाड अभी भी विनाशकारी भूस्खलन के सदमे से अभी उबर भी नहीं पाया है, ऐसे में रविवार को सामने आये सीसीटीवी फुटेज ने वायनाड के लोगों के मन में इस भीषण आपदा की भयावह यादों को फिर से ताजा कर दिया।
फुटेज में बाढ़ के पानी को बंद दुकानों में घुसते देखा जा सकता है और पानी पलक झपकते ही शटर तथा दीवार को अपने साथ बहा ले गया। इस आपदा में पूरी तरह से तबाह हुए चूरलमाला में कुछ दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद दृश्यों डराने वाले हैं।
जो सामने आया बह गया : फुटेज में बाढ़ के पानी को बंद दुकानों में घुसते देखा जा सकता है और पानी पलक झपकते ही शटर तथा दीवार को अपने साथ बहा ले गया। इस आपदा में पूरी तरह से तबाह हुए चूरलमाला में कुछ दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद दृश्यों डराने वाले हैं। एक फुटेज में देखा जा सकता है कि बाढ़ का पानी दुकान में घुस रहा है और बड़े-बड़े पत्थरों के गिरने के साथ दीवारें ढह रही हैं। एक अन्य फुटेज में देखा जा सकता है कि बाढ़ के पानी में बहकर जानवर भी दुकान की तरफ आ गए।
बता दें कि राज्य सरकार वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्य में जुटी हुई है, ताकि लोगों के जीवन को वापस पटरी पर लाया जा सके। यहां जिला प्रशासन ने रविवार को कहा कि त्रासदी के बाद से 119 लोग लापता हैं, लेकिन यह सूची अंतिम नहीं है। सामान्य शिक्षा विभाग ने सूचित किया है कि वेल्लारमाला और मुंडक्कई में भूस्खलन में नष्ट हुए सरकारी स्कूलों के 614 छात्रों को मेप्पाडी उच्चतर माध्यमिक स्कूल और मेप्पाडी गांव में पंचायत हॉल में स्थापित एक विशेष सुविधा में पढ़ाया जाएगा।
36 बच्चों की मौत : सामान्य शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने शनिवार को कहा कि वेल्लारमाला स्कूल के 552 छात्रों और मुंडक्कई स्कूल के 62 छात्रों के लिए अतिरिक्त सुविधाओं के इस्तेमाल किए जा रहे हैं। इसके लिए, वहां अतिरिक्त कक्षाओं, प्रयोगशालाओं और कर्मचारी कक्षों का नए सिरे से निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए वर्दी और किताबें उपलब्ध कराने हेतु भी कदम उठाए गए हैं। मंत्री ने कहा कि शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, क्षेत्र में भूस्खलन के दौरान 36 बच्चों की जान चली गई और 17 लापता हो गए।
12 लोगों को 72 लाख की मदद : जिला प्रशासन ने शनिवार को कहा कि केरल सरकार मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों में भूस्खलन से प्रभावित लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है और राज्य आपदा मोचन कोष (एसडीआरएफ) तथा मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (सीएमडीआरएफ) से 12 लोगों को लगभग 72 लाख रुपये की सहायता दी गई। इसके अलावा, प्रशासन ने बताया कि 30 जुलाई को आई इस आपदा में अपनी आजीविका खोने वाले 617 लोगों को तत्काल वित्तीय सहायता के रूप में दस-दस हजार रुपये दिए गए हैं। केरल के वायनाड में भूस्खलन की घटनाओं में 200 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। उसने कहा कि सरकार ने अंतिम संस्कार के लिए 124 लोगों को दस-दस हजार रुपये की सहायता उपलब्ध कराने को भी मंजूरी दे दी है।
Edited By: Navin Rangiyal