नई दिल्ली। दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में आज का दिन पिछले 119 साल में दिसंबर का सबसे सर्द दिन दर्ज किया गया। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कड़ाके की सर्दी ने लोगों को बेहाल कर दिया।
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार का दिन 1901 के बाद से दिसंबर का सबसे सर्द दिन रहा और दिसंबर से फरवरी के बीच यह 1951 के बाद सबसे ठंडा दिन था। सफदरजंग वेधशाला के अनुसार न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के औसत तापमान से चार डिग्री कम है और हवा में नमी का स्तर 100 प्रतिशत दर्ज किया गया।
सोमवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी भीषण कोहरे की गिरफ्त में रही और इस दौरान दृश्यता बेहद कम रही। कोहरे के चलते ट्रेन एवं विमान सेवाएं प्रभावित रहीं। कुछ वेधशालाओं में दृश्यता नहीं के बराबर दर्ज की गई। पालम में न्यूनतम तापमान 2.9, लोधी रोड में 2.2 और आयानगर में 2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ‘सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह 1901 के बाद दिसंबर में सबसे ठंडा दिन रहा।’
घने कोहरे के चलते 530 उड़ानों में देरी हुई, 40 को रद्द करना पड़ा और 21 उड़ानों के मार्ग में परिवर्तन किया गया। रेल अधिकारियों ने बताया कि 71 ट्रेनें देरी से चलीं। दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी साढ़े सात घंटे की देरी से चली।
मंगलवार को भी इसी तरह का कोहरा देखने को मिल सकता है और न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार, 28 दिसंबर इस मौसम के सबसे ठंडे दिन के तौर पर दर्ज किया गया जब न्यूनतम तापमान सुबह 2.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था।
उत्तरी राज्यों में कश्मीर के श्रीनगर का न्यूनतम तापमान शून्य से 6.5 डिग्री कम दर्ज किया गया जबकि जम्मू में रविवार को पिछले एक दशक में रात का सबसे कम तापमान (2.4 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गया। राज्य की मशहूर डल झील में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
अगले 48 घंटों के पूर्वानुमान के अनुसार, राजस्थान के कुछ इलाकों में शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा, जबकि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकांश इलाकों में मंगलवार और बुधवार को दिन के तापमान में गिरावट के कारण ‘कोल्ड डे’ की स्थिति बरकरार रहेगी।
इन इलाकों में सुबह के समय घने कोहरे का भी अनुमान व्यक्त किया गया है। जबकि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में मंगलवार को तूफानी हवाओं के साथ छिटपुट बूंदाबांदी की भी संभावना है।
मौसम विभाग की उत्तर क्षेत्रीय पूर्वानुमान इकाई के प्रमुख डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि सर्दी की मौजूदा स्थिति में अगले 24 घंटों तक कोई बदलाव नहीं होने की संभावना के बीच अगले 48 घंटों में हवा के रुख में बदलाव को देखते हुए एक जनवरी से उत्तरी इलाकों में सर्दी में मामूली राहत मिलने की उम्मीद है।
सोमवार को दिल्ली, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश स्थानों और पंजाब, पूर्वी एवं पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने सर्द हवाओं के रुख को कमजोर करने वाले पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता में कमी को उत्तरी राज्यों में रिकॉर्ड तोड़ सर्दी की वजह बताया है। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले 10 दिन से पश्चिमी विक्षोभ की गैरमौजूदगी ने सर्द हवाओं का आक्रामक रुख उत्तरी राज्यों की ओर कर दिया।
इसकी वजह से दिल्ली और आसपास के इलाकों में दिसंबर की सर्दी ने 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। उल्लेखनीय है कि दिसंबर के शुरुआती 2 सप्ताह में एक बार और 21 दिसंबर के बाद 30 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसके अंतराल में इजाफे के कारण सर्दी का प्रकोप बढ़ा है।