नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को आए आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली गिरने से 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि महाराष्ट्र में शनिवार को बारिशजनित घटनाओं में 2 लोगों की मौत हो गई। मुंबई में शनिवार को जमकर बारिश हुई जिससे रेल एवं हवाई यातायात में बाधा आई। कई दिनों से भीषण गर्मी झेल रही राष्ट्रीय राजधानी एवं इसके आसपास के इलाकों में आंधी-पानी से यहां के लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली।
पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश की रिपोर्ट है। काफी समय से इन राज्यों में भीषण गर्मी का दौर जारी है। सरकारी प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि आंधी-तूफान एवं आकाशीय बिजली गिरने से प्रदेश में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बीती रात राज्य के 11 जिलों में आंधी और बिजली गिरने से 26 लोगों की मौत हो गई।
प्रवक्ता ने बताया कि जौनपुर एवं सुल्तानपुर में 5-5, उन्नाव में 4, चन्दौली एवं बहराइच में 3-3, रायबरेली में 2 तथा मिर्जापुर, सीतापुर, अमेठी एवं प्रतापगढ़ में 1-1 लोगों की मौत हुई है। कन्नौज जिला भी आंधी से प्रभावित हुआ हालांकि वहां किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश देते कहा कि राहत कार्य में किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
महाराष्ट्र में जिला आपदा नियंत्रण प्रकोष्ठ के प्रमुख शिवाजी पाटिल ने बताया कि ठाणे जिले में सुबह करीब 6 बजे एक मछुआरे स्टेनी अडमानी (66) आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि उस वक्त बाहर मौजूद 6 अन्य भी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि जीबी रोड पर दुपहिया वाहन के ट्रक की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। महिला वाहन की पिछली सीट पर बैठी थी। महिला की मौत भारी बारिश के चलते हुई।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के उपनिदेशक केएस होसालिकर ने बताया कि सुबह 8.30 बजे तक कई उपनगरों में भारी बारिश दर्ज की गई। एक अधिकारी ने बताया कि बारिश के चलते मध्य रेलवे (सीआर) के उपनगरीय खंड पर ट्रेनें देरी से चल रही हैं। किसी भी ट्रेन को रद्द नहीं किया गया है। खराब मौसम के चलते 2 विमानों का मार्ग परिवर्तित किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार शाम 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ आया जिसके कारण अंधेरा छा गया। कई इलाकों में बारिश होने से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली। मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि कई इलाकों में हल्की बारिश हुई। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आंधी-पानी होने से तापमान में कुछ डिग्री की गिरावट आई। शहर में अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 71 प्रतिशत दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अधिकारी ने उत्तरप्रदेश में गाजियाबाद, मेरठ, बागपत और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में इनसे सटे जिलों में आंधी चलने का पूर्वानुमान जताया है। बारिश के बाद हरियाणा एवं पंजाब में गर्मी से थोड़ी राहत मिली। चंडीगढ़ में सुबह बारिश हुई। वहां अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश के बाद पंजाब के अमृतसर में अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के अंबाला में भारी बारिश हुई। वहां अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, हालांकि हिसार एवं भिवानी में भीषण गर्मी जारी है। वहां अधिकतम तापमान क्रमश : 41 एवं 41.4 डिग्री सेल्सियस रहा। स्थानीय मौसम विभाग ने दोनों राज्यों में शुक्रवार को कई स्थानों पर गरज के साथ छींटें पड़ने एवं आंधी का पूर्वानुमान जताया है।
मौसम विभाग के अधिकारी ने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, बिहार, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में रविवार को बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भी बारिश होने से जनजीवन प्रभावित रहा और कई कच्चे घरों एवं फलों के बागान को नुकसान पहुंचा। कुफरी और शिमला में क्रमश: 91 और 50 मिमी बारिश दर्ज की गई जबकि तराई क्षेत्र शिवालिक में 67 मिमी बारिश हुई। बारिश से पारे में गिरावट दर्ज की गई। बारिश से कई पेड़ उखड़ गए और कच्चे घरों की छतें उड़ गईं तथा आडू एवं सेब के बागानों को नुकसान पहुंचा।
स्थानीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश एवं इसके आस-पास के इलाकों के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है और यह कोई मानसून पूर्व बारिश नहीं है। विभाग ने अगले 2 दिनों में निचले तराई क्षेत्र में कहीं-कहीं बारिश या गरज के साथ छींटें पड़ने या ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों में बारिश या बर्फबारी होने तथा रविवार से अगले 6 दिन तक मध्यवर्ती पर्वतीय क्षेत्रों में छिटपुट स्थानों पर बारिश या गरज के साथ छींटें पड़ने की संभावना जताई है। (भाषा)