Hanuman Chalisa

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

मौसम अपडेट : J&K में कड़ाके की ठंड से मिली राहत, बर्फबारी से सैलानियों के खिले चेहरे, जानिए अन्‍य राज्‍यों का मौसम...

Advertiesment
हमें फॉलो करें Weather Alert
, शनिवार, 31 दिसंबर 2022 (00:56 IST)
नई दिल्‍ली। कश्मीर में बर्फबारी हुई, जिसके चलते लोगों को कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत मिली। हालांकि कम दृष्यता के कारण श्रीनगर हवाईअड्डे पर तड़के उड़ानें प्रभावित रहीं। दिल्ली में न्यूनतम तापमान दहाई अंक तक पहुंच गया, लेकिन यह राहत जल्द ही खत्म होने का अनुमान जताया गया है। राजस्थान में पिछले 2 दिनों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से लोगों को सर्दी के सितम से थोड़ी राहत मिली है। हिमाचल के कुफरी, मनाली और नारकंडा में बर्फबारी से नववर्ष मनाने पहुंचे पर्यटकों के चेहरे खिल उठे।

घाटी के मैदानी इलाकों में इस मौसम की पहली बर्फबारी के कारण श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया। एक ओर जहां कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई, वहीं ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम हिमपात हुआ।बर्फबारी के चलते न केवल कश्मीर घाटी में लंबे समय से चला आ रहा शुष्क मौसम का सिलसिला टूट गया, बल्कि इससे पर्यटकों के बीच भी खुशी की लहर दौड़ गई।

अधिकारियों ने कहा कि मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में सोनमर्ग पर्यटन स्थल पर करीब 20 इंच ताजा हिमपात दर्ज किया गया, जबकि उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में करीब सात इंच बर्फबारी हुई।

उन्होंने कहा कि श्रीनगर में करीब 1.5 इंच, काजीगुंड में छह इंच, पहलगाम में पांच इंच, कुपवाड़ा में आठ इंच और कोकेरनाग में दो इंच बर्फबारी हुई है। अधिकारियों ने कहा कि बांदीपोरा में मैदानी इलाकों में 2-5 इंच, जबकि इसके ऊपरी इलाकों में 5-8 इंच बर्फबारी दर्ज की गई। सीमांत गुरेज़ सेक्टर में लगभग 12 इंच, जबकि राजदान पास में लगभग 18 इंच बर्फबारी हुई।

अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर ज़ोजिला दर्रे में भी लगभग 20 इंच बर्फबारी हुई, जिससे कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाला राजमार्ग बंद हो गया। उन्होंने कहा कि मुगल रोड भी बर्फ जमा होने के कारण यातायात के लिए बंद है। हालांकि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए खुला है।
webdunia

अधिकारियों ने कहा कि घाटी के कई हिस्सों में कोहरे की मोटी परत छाई हुई है, जिससे यहां श्रीनगर हवाईअड्डे पर दृश्यता कम हो गई, जिससे सुबह हवाई यातायात प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि कम दृश्यता के कारण सुबह कई उड़ानों में देरी हुई।

अधिकारियों ने बताया कि हालांकि पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे दृश्यता में सुधार हुआ और उड़ानों का संचालन शुरू हो गया। बर्फबारी से गुलमर्ग और पहलगाम को छोड़कर पूरी घाटी में न्यूनतम तापमान में सुधार हुआ और घाटी में सैलानियों के चेहरे खिल गए।

महाराष्ट्र के एक पर्यटक ने कहा, बर्फबारी का अनुभव करके बहुत अच्छा लगा। हमने पूर्वानुमान देखा था और थोड़ी बर्फबारी देखने की उम्मीद कर रहे थे। भगवान ने हमारी सुन ली। मज़ा आ गया! मध्य प्रदेश के एक अन्य पर्यटक ने कहा कि बर्फबारी का अनुभव करना किसी सपने के सच होने जैसा है।

यहां मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर पहलगाम में तापमान शून्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
webdunia

दिल्ली में न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस : दिल्ली में 15 दिन में पहली बार शुक्रवार को न्यूनतम तापमान दहाई अंक तक पहुंच गया, लेकिन यह राहत जल्द ही खत्म होने का अनुमान जताया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि हिमालय से चलने वाली बर्फीली हवाएं उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी लाएंगी।

आईएमडी ने एक बयान में कहा, अगले चार-पांच दिनों के दौरान इस क्षेत्र में घना कोहरा जारी रहने की संभावना है। एक जनवरी से उत्तर-पश्चिमी भारत में एक ताजा शीतलहर शुरू होने का अनुमान है। दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह इस माह का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान भी रहा।

दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा और 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर भारत में लोगों को ठंड से राहत मिलने के लिए पश्चिमी विक्षोभ को जिम्मेदार माना जा सकता है।

मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के साथ ही नए साल की पूर्व संध्या पर शनिवार को दिल्ली के कुछ हिस्सों में शीतलहर और तेज ठंड की स्थिति बन सकती है तथा जनवरी की शुरुआत में ठंड और तेज हो जाएगी।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार को पारा छह डिग्री सेल्सियस और सोमवार (दो जनवरी) तक चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा। एक से चार जनवरी तक दिल्ली के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाने और शीतलहर चलने का अनुमान है।

राजस्थान में नए साल में फिर जोर पकड़ेगी सर्दी : राजस्थान में पिछले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से लोगों को सर्दी के सितम से थोड़ी राहत मिली है। हालांकि राज्य के कुछ इलाकों में बादल छाए हुए हैं और नए साल में सर्दी के फिर जोर पकड़ने का अनुमान है।

मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान में गुरुवार रात को बीकानेर और करौली सबसे ठंडी जगहें रहीं, जहां न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं चित्तौड़गढ़ में पारा 9.0 डिग्री, चूरू में 9.1 डिग्री, भीलवाड़ा में 9.2 डिग्री, गंगानगर में 9.3 डिग्री, संगरिया में 9.5 डिग्री, जैसलमेर में 9.6 डिग्री और सीकर में 10.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी जयपुर में बीते चौबीस घंटे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 25.4 डिग्री और 11.9 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य के कुछ इलाकों में शुक्रवार को भी बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने नए साल में शीतलहर का नया दौर शुरू होने का पूर्वानुमान जताया है। उसका कहना है कि 31 दिसंबर से राज्य में तापमान में एक बार गिरावट आने लगेगी और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान को घने कोहरे का सामना करना पड़ेगा।

हिमाचल में नारकंडा, कुफरी और मनाली में हुई बर्फबारी : हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों कुफरी, मनाली और नारकंडा में गुरुवार को हुई बर्फबारी से इन स्थानों पर नववर्ष मनाने पहुंचे पर्यटकों के चेहरे खिल उठे हैं।

जनजातीय इलाके लाहौल और स्पीति के केलांग तथा हंसा में क्रमशः दो और एक सेंटीमीटर हिमपात हुआ। शिमला के बाहरी इलाके कुफरी में 0.5 सेमी हिमपात हुआ जबकि मनाली में हिमपात दर्ज किया गया। इन इलाकों में आसमान में घने बादल छाए रहे और तेज गति वाली बर्फीली हवाएं चलीं जिससे भारी ऊनी कपड़े पहने होने के बावजूद लोग कांपने लगे।

स्थानीय मौसम विभाग कार्यालय ने शुक्रवार को चंबा, कुल्लू, किन्नौर तथा लाहौल और स्पीति जिलों के निचले और मध्य पहाड़ी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर बारिश और कई स्थानों पर बर्फबारी और 31 दिसंबर को नए साल की पूर्व संध्या पर शुष्क मौसम होने का अनुमान जताया है। पर्यटक शिमला और अन्य पर्यटन स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं जिससे सड़कों पर वाहनों की कतार लग गई है। जिला प्रशासन ने यातायात को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया है।
Edited By : Chetan Gour (एजेंसियां)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

पड़ोसियों से अच्छे संबंधों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करेंगे : राजनाथ सिंह