कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि वे किसी से नहीं डरतीं और उन्हें जेल से या किसी अन्य चीज से नहीं डराया जा सकता। किसी व्यक्ति या किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उन्होंने हारना नहीं सीखा है।
उन्होंने कहा कि हमें जेल से डराने की कोशिश न करें, हमने बंदूकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और चूहों के खिलाफ लड़ने से नहीं डरते। मुख्यमंत्री ने यहां अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम में कहा कि जब तक मैं जीवित हूं, मैं किसी डर या धमकी से नहीं डरने वाली।
इस कार्यक्रम से पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने मुख्यमंत्री के भतीजे एवं लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी और साली को रविवार को कोयला चोरी के मामले में नोटिस थमाकर जांच में शामिल होने को कहा।
बनर्जी ने कहा कि 21 में मुकाबला होने दीजिए, देखते हैं किसकी शक्ति ज्यादा है, 21 में केवल एक खेल होगा और उस मैच में, मैं गोलकीपर रहूंगी तथा देखना चाहती हूं कि कौन जीतता है और कौन हारता है। मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि हमने हारना नहीं सीखा है और वे हमें हरा नहीं पाएंगे। पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने एक-दूसरे के खिलाफ अपनी-अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
नोटिस भयभीत होने वाले नहीं : तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने रविवार को जोर दिया कि उनकी पत्नी रुजिरा को सीबीआई द्वारा दिए गए नोटिस से पार्टी भयभीत होने वाली नहीं है। नोटिस में रुजिरा को पूछताछ के लिए दोपहर 3 बजे अपने हरीश मुखर्जी रोड स्थित आवास पर उपस्थित रहने को कहा गया था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने कहा कि अगर वे सोचते हैं कि इस तरह के हथकंडे अपनाकर हमें डरा सकते हैं तो वे गलती कर रहे हैं। हम उनमें से नहीं हैं जो भयभीत हो जाएं। हमें देश के कानून पर पूरा भरोसा है।
भाजपा ने पुलिस पर लगाया पक्षपात का आरोप : उत्तर 24 परगना जिले में परिवर्तन यात्रा पर हमले का आरोप लगाते हुए भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने रविवार को चुनाव आयोग और गृह मंत्री अमित शाह से शिकायत की। साथ ही राज्य पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए यात्रा में शामिल होने वालों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराने की बात कही।
भाजपा की बंगाल इकाई के उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी ने शिकायत में आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस समर्थक शरारती तत्वों ने शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में परिवर्तन यात्रा पर बम से हमला किया था, जिसमें भगवा दल के दो कार्यकर्ता घायल हुए।
बनर्जी ने लिखा कि पूर्व में सूचित किए जाने के बावजूद स्थानीय प्रशासन ने यात्रा में शामिल होने वालों की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाए। उन्होंने 'पक्षपाती अधिकारियों' और हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण एवं बिना पक्षपात के संपन्न कराने के वास्ते ईमानदार एवं तटस्थ कर्मियों की तैनाती की मांग की।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि जब हमला हुआ तो स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनी रही। उत्तर 24 परगना जिले में शनिवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हमला किया गया था। इसके बाद भगवा दल और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। (भाषा)