जनरल बिपिन रावत का जिस हेलिकॉप्टर में हादसे में निधन हो गया, उसे दुनिया का सबसे एडवॉन्स और सुरक्षित माना जाता है। इसका नाम MI-17 हेलिकॉप्टर है। लेकिन इस हेलिकॉप्टर में बुधवार को हुए हादसे में सीडीएस बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई।
आइए जानते हैं क्यों इतना आधुनिक और सुरक्षित माना जाता है। MI-17 हेलिकॉप्टर।
तमिलनाडु के कन्नूर में बुधवार को सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे। इनमें से जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई है।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, हेलिकॉप्टर सुलूर एयरबेस से वेलिंगटन जा रहा था, लेकिन यह नीलगिरी में क्रैश हो गया।
जिस MI-17 हेलिकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत समेत 14 लोग सवार थे उसे अपनी क्षमता, सुरक्षा और एडवॉन्स तकनीक के लिए जाना जाता है।
किसने बनाया MI-17
Mi-17 V5 को रशिया की कंपनी कजान हेलिकॉप्टर बनाती है। यह एक ट्विन इंजन मल्टीपर्पज हेलिकॉप्टर है और MI-8 का अपग्रेडेड वर्जन है। यह एक मीडियम लिफ्ट हेलिकॉप्टर है।
यह क्रू के 3 लोगों के साथ 36 सैनिकों को ले सकता है। दुनिया के करीब 60 देशों में 12 हजार से ज्यादा MI-17 हेलिकॉप्टर मौजूद हैं। इसे अधिक ऊंचाई और तेज गर्म मौसम में काम करने के लिहाज से तैयार किया गया है।
Mi-17V-5 की गिनती दुनिया के सबसे एडवांस ट्रांसपोर्ट हेलिकाप्टरों में की जाती है। इसलिए इसका इस्तेमाल रेस्क्यू मिशन, ट्रांसपोर्टेशन, हैवीलिफ्ट और वीवीआईपी मूवमेंट में होता है।
यह 36 हजार किलो तक का वजन उठा सकता है। जिन Mi-17V-5 को वीवीआई के लिए मोडिफाय किया जाता है, उसमें 20 लोग बैठ सकते हैं।
कब खरीदा भारत ने
रक्षा मंत्रालय ने 80 Mi-17V-5 के ऑर्डर के लिए रूस के साथ 1.3 बिलियन डॉलर की की डील की थी। 2011 से इनकी डिलीवरी शुरू हुई थी। 2013 तक 36 Mi सीरीज हेलिकॉप्टर्स मिल चुके थे। भारत को Mi-17V-5 की आखिरी खेप जुलाई 2018 में मिली थी। इसे ट्रांसपोर्टेशन के लिए सबसे अच्छा हेलिकॉप्टर माना जाता है, जबकि इसमें प्रधानमंत्री समेत कई वीवीआईपी सफर करते हैं।