चंडीगढ़। रोड रेज के 1988 के एक मामले में एक साल जेल की सजा काट रहे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला केन्द्रीय कारागार में मुंशी (क्लर्क) का काम दिया गया है। उन्हें जेल में स्तरीय खाना दिया जा रहा है। आम तौर पर जेल में कैदियों की शिकायत रहती है कि वहां मिलने वाली दाल में पानी ज्यादा होता है दाल कम।
जेल के एक अधिकारी ने बताया कि क्रिकेट से राजनीति में आए 58 वर्षीय सिद्धू सुरक्षा कारणों से अपनी बैरक में रहते हुए यह काम करेंगे। जेल नियमावली के अनुसार कैदियों को कुशल, अर्धकुशल और अकुशल श्रमिक श्रेणियों में बांटा जाता है।
जेल में सौंपे गए काम के लिहाज से अकुशल श्रमिकों को 40 रुपए प्रतिदिन, अर्धकुशल को 50 रुपए और कुशल श्रमिकों को 60 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मेहनताना दिया जाता है। सिद्धू को मुंशी का काम दिया गया है।
सिद्धू के अनुरोध पर चिकित्सकों के एक बोर्ड ने कांग्रेस नेता के लिए विशेष आहार की सिफारिश की है। सिद्धू की चिकित्सा जांच पंजाब के पटियाला जिले के राजिन्दर अस्पताल में 23 मई को हुई थी।
ऐसा है सिद्धू का भोजन : सिद्धू के विशेष आहार में तड़के एक कप रोजमेरी चाय या एक गिलास नारियल पानी, नाश्ते में एक कप लैक्टोज मुक्त दूध, एक बड़ा चम्मच फ्लैक्स, खरबूजे और चिया बीज, 5-6 बादाम और एक अखरोट शामिल हैं।
नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच चिकित्सकों ने सिद्धू को एक गिलास जूस (चुकंदर, खीरा, तुलसी के पत्ते, आंवला, गाजर आदि) या तरबूज, खरबूजा, कीवी, अमरूद आदि किसी फल का जूस या अंकुरित काला चना, हरा चना, खीरा/टमाटर/नींबू/एवोकाडो का सलाद देने की सिफारिश की है।
चिकित्सकों ने दोपहर के भोजन में खीरा, मौसमी हरी सब्जी, ज्वार/सिंघाड़ा/रागी की एक रोटी देने की सिफारिश की है। शाम को कम वसा वाले दूध से बनी एक कप चाय और आधे नींबू के साथ 25 ग्राम पनीर या सोया पनीर देने को कहा है।
चिकित्सकों ने रात के भोजन में सिद्धू को मिश्रित सब्जियां, दाल का सूप या काले चने का सूप और एक कटोरी हरी सब्जी देने को कहा है। चिकित्सकों ने रात को सोने से पहले सिद्धू को एक कप कैमोमाइल चाय और गुनगुने पानी में एक चम्मच इसबगोल देने को कहा है।