wife of Rishi Sunak Akshata Murthy: भारतवंशी ऋषि सुनक (rishi sunak) के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने की घोषणा के बाद ही इंटरनेट यूजर्स में उनको लेकर जिज्ञासा कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। जैसे कि सुनक की पत्नी का नाम क्या है, उनकी जाति क्या है या फिर उनके माता-पिता का नाम क्या है। ऐसी ही जानकारियां लोग गूगल पर सर्च कर रहे हैं।
दरअसल, ऋषि सुनक की पत्नी का नाम अक्षता मूर्ति (Akshata Murthy) है, जो कि प्रसिद्ध आईटी कंपनी इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की बेटी हैं। अक्षता का जन्म 1980 में कर्नाटक के हुबली में हुआ था। पेशे से फैशन डिजाइनर अक्षता ने 2007 में एक फैशन ब्रांड की स्थापना की थी, लेकिन बाद में यह बंद हो गया था। अक्षता की पढ़ाई अमेरिका और फ्रांस में हुई। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने नीदरलैंड की एक कंपनी के साथ सैन फ्रांसिस्को में काम किया।
सुनक से पहली मुलाकात : अक्षता मूर्ति और ऋषि सुनक की पहली मुलाकात एमबीए की पढ़ाई के दौरान स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुई थी। इसी दौरान दोनों के बीच करीबियां बढ़ीं और जल्द ही यह नजदीकी प्यार में बदल गई। 2009 में दोनों की शादी बेंगलुरु में भारतीय परंपरा के अनुसार हुई थी। उनकी गिनती ब्रिटेन सबसे अमीर महिलाओं में होती है। उनकी की दो बेटियां- कृष्णा और अनुष्का हैं।
स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई जानकारी के मुताबिक अक्षता के पास लगभग एक बिलियन डॉलर यानी 7600 करोड़ रुपए मूल्य के बराबर इंफोसिस के शेयर हैं। संडे टाइम्स रिच लिस्ट-2021 के अनुसार अक्षता की संपत्ति ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ से भी ज्यादा संपत्तित थी।
विवाद से भी रहा है नाता : अक्षता मूर्ति ब्रिटेन में टैक्स को लेकर विवाद में रही हैं। अक्षता की गैर-स्थानीय कर स्थिति को लेकर विपक्षी पार्टियों ने उन पर निशाना साधा था। गैर-स्थानीय कर स्थिति का अर्थ है कि वह विदेशों में अर्जित आमदनी पर ब्रिटेन में कर देने के लिए कानूनी रूप से बाध्य नहीं हैं। इसके चलते ऋषि को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। हालांकि सुनक ने अक्षता का समर्थन करते हुए विपक्ष पर पलटवार किया था और कहा कि अक्षता को अपने देश (भारत) से प्यार है और वे अपने माता-पिता की देखभाल के लिए वहां जाएंगी।
तब सुनक ने कहा था कि हमारे मिलने से पहले, उनके इस देश में आने से पहले ही उनके (अक्षता) पास यह दर्जा था। उन्होंने कहा कि अक्षता ने मुझसे शादी की है, इसलिए उन्हें अपने देश से संबंध तोड़ने के लिए कहना उचित नहीं होगा। वह अपने देश से प्यार करती हैं। जैसे मैं अपने देश से प्यार करता हूं, मैं कभी भी अपनी ब्रिटिश नागरिकता छोड़ने का सपना नहीं देखूंगा और मुझे लगता है कि ज्यादातर लोग ऐसा नहीं करेंगे।
Edited by: Vrijendra singh Jhala