नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर और केएन त्रिपाठी आगे आए हैं। नामांकन के आखिरी दिन तीनों ही नेताओं ने अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिए हैं। कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ नेता खड़गे स्पष्ट रूप से पसंदीदा उम्मीदवार के तौर पर उभरे हैं। हालांकि मुख्य मुकाबला खड़गे और थरूर के बीच ही माना जा रहा है, लेकिन नाम वापसी की तारीख के बाद संभव है एक ही उम्मीदवार मैदान में रहे और चुनाव की नौबत ही न आए।
खड़गे (80) ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ नामांकन पत्रों के अनेक सेट जमा किए। उनके प्रस्तावकों में आनंद शर्मा, पृथ्वीराज चव्हाण, मनीष तिवारी और भूपेंद्र हुड्डा जैसे नेता शामिल रहे जो पार्टी में बदलाव की मांग उठाने वाले नेताओं के समूह जी-23 में शामिल हैं।
थरूर स्वयं जी-23 में शामिल रहे हैं। उन्होंने नामांकन पत्रों के 5 सेट दाखिल किए, वहीं झारखंड के पूर्व मंत्री त्रिपाठी ने कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किए। कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में खड़गे पसंदीदा उम्मीदवार माने जा रहे हैं और यहां एआईसीसी मुख्यालय में उनके नामांकन पत्र दाखिल करते समय पार्टी के अनेक नेता साथ थे।
सभी अपने दम पर लड़ रहे हैं चुनाव : कांग्रेस के चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि खड़गे ने 14 फॉर्म, शशि थरूर द्वारा 5 और केएन त्रिपाठी द्वारा 1 फॉर्म जमा किया गया। शनिवार को सभी आवेदनों की जांच की जाएगी और वैध फॉर्मों की घोषणा की जाएगी। मिस्त्री ने कहा कि कोई भी पार्टी का आधिकारिक प्रत्याशी नहीं है, सभी अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले सोनिया गांधी भी स्पष्ट कर चुकी हैं वे किसी के साथ नहीं हैं एवं तटस्थ रहेंगी।
वंचितों की लड़ाई लड़ता रहा हूं : खड़गे ने कहा कि मैं हमेशा वंचितों के हक की लड़ाई लड़ता रहा हूं और मैं कांग्रेस पार्टी के सिद्धांतों को कायम रखने के लिए और अधिक संघर्ष को तैयार हूं जिसके साथ मैं बचपन से जुड़ा हूं। थरूर (66) ने चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी खड़गे को पार्टी का भीष्म पितामह करार दिया। उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कहा कि भारत की एकमात्र ऐसी पार्टी की सेवा करना सम्मान की बात है जो अपने नेता का चुनाव खुली लोकतांत्रिक प्रक्रिया से करती है।
खड़गे मजबूत दावेदारी : हालांकि यह कहा जरूर जा रहा है कि गांधी परिवार का किसी को भी समर्थन नहीं है, लेकिन स्पष्ट तौर पर गांधी परिवार का समर्थन खड़गे के साथ रहेगा। ऐसे में कांग्रेस के अगले अध्यक्ष खड़गे ही बनने जा रहे हैं।
मैत्री मुकाबला : तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य थरूर ने कहा कि यह मैत्री मुकाबला होने जा रहा है। हम दुश्मन या प्रतिद्वंद्वी नहीं हैं। उनके (खड़गे के) प्रति किसी तरह का असम्मान नहीं बरता जाएगा, लेकिन मैं अपने विचारों को प्रस्तुत करूंगा। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने का आज अंतिम दिन था।
चुनाव के लिए मतदान 17 अक्टूबर को होगा और इसके परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। इसमें 9,100 प्रतिनिधियों को मताधिकार प्राप्त है। चुनाव के लिए जब उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए तब कांग्रेस मुख्यालय में गांधी परिवार से कोई भी मौजूद नहीं था।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala (भाषा/वेबदुनिया)