VC Sajjnar यानी विश्वनाथ सज्जनार वह पुलिस अधिकारी हैं, जिनका नाम आज देश के हर व्यक्ति की जुबान पर है। दरअसल, आईपीएस सज्जनार के नेतृत्व में पुलिस ने हैदराबाद के दिशा (बदला हुआ नाम) दुष्कर्म और हत्याकांड के आरोपियों का फैसला ऑन द स्पॉट कर दिया। कानून की दृष्टि प्रथम दृष्टया भले ही यह गलत है, लेकिन पुलिस के इस कदम को जनता ने खुलकर सराहा है, साथ एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों को अपने कंधे पर उठा लिया।
सज्जनार को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में जाना जाता है। 2008 में जब सज्जनार एसपी वारंगल थे, तब उन्होंने एसिड अटैक के तीन आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया था। साइबराबाद पुलिस कमिश्नर (आईजी) बनने से पहले सज्जनार 8 साल तक इंटेलीजेंस विंग में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
मार्च 2018 से वे साइबराबाद में पदस्थ हैं। मुंबई अंडरवर्ल्ड से जुड़े नक्सली नेता नईमुद्दीन के एनकाउंटर में भी सज्जनार ने अहम भूमिका निभाई थी। 1996 बैच के अधिकारी सज्जनार मूल से कोच्चि (केरल) के रहने वाले हैं। उनकी स्कूली शिक्षा अधियामन गवर्नमेंट हा.से. स्कूल में हुई है, जबकि अन्ना यूनिवर्सिटी से उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई की।
उल्लेखनीय है कि जिस तरह की कहानी हैदराबाद दुष्कर्म कांड में सामने आ रही है, उसी तरह की कहानी 2008 के एसिड अटैक के आरोपियों के एनकाउंटर के समय आई थी। उस समय जब एनकाउंटर हुआ था तब भी आरोपियों को सीन रीक्रिएशन के लिए ले जाया गया था। 2008 में वारंगल के एक इंजीनियरिंग कॉलेज की दो छात्राओं पर उनके साथ ही पढ़ने वाले तीन युवकों पर एसिड फेंकने के आरोप लगे थे।