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PM मोदी गुयाना क्यों गए? जानिए भारत को कैसे होगा फायदा

PM मोदी का गुयाना दौरा: तेल भंडार और भारतीय संबंधों का महत्व

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शुक्रवार, 22 नवंबर 2024 (17:00 IST)
जानिए क्यों PM मोदी ने गुयाना का दौरा किया, कैसे गुयाना का तेल भंडार, भारतीय मूल के लोग और भारत-गुयाना संबंध इस दौरे को महत्वपूर्ण बनाते हैं। किसी भारतीय PM का यह 56 साल बाद गुयाना दौरा है। PM मोदी और गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई।
 
इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए है। गुयाना में PM मोदी को सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार 'द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस' से सम्मानित किया गया। इसके अलावा बारबाडोस भी उन्हें 'ऑनररी अवॉर्ड ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस', कैरेबियाई देश डोमिनिका भी PM मोदी को अपना सर्वोच्च सम्मान 'डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर' देने का ऐलान कर चुका है। PM को यह अवॉर्ड भी गुयाना में ही मिले।ALSO READ: गुयाना की संसद के विशेष सत्र में बोले PM मोदी- 'यह पसीने और परिश्रम का है रिश्ता'
 
जानिए पीएम मोदी के गुयाना दौरे के पीछे के कारण। तेल-गैस भंडार, 40% भारतीय मूल की आबादी और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था से जुड़ी खास बातें।
 
गुयाना: एक महत्वपूर्ण पृष्ठभूमि : गुयाना, दक्षिण अमेरिका का एक छोटा सा देश, हाल ही में वैश्विक चर्चा में आया है। इसका कारण है इसके यहां मिला विशाल तेल और गैस का भंडार।
 
गुयाना की अर्थव्यवस्था: गुयाना दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जहां आर्थिक वृद्धि दर 20% है।ALSO READ: पीएम मोदी को गुयाना का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, जानिए क्या कहा
 
भारतीय मूल के लोग: गुयाना में लगभग 40% आबादी भारतीय मूल की है, जो इसे भारत के लिए सांस्कृतिक और भावनात्मक रूप से जोड़ता है।
 
भारत और गुयाना के ऐतिहासिक संबंध: कोरोना काल में भारत की मदद: जब पूरी दुनिया महामारी के चलते दरवाजे बंद कर रही थी, भारत ने गुयाना को वैक्सीन मुहैया कराई। इससे न केवल लोगों की जान बची बल्कि दोनों देशों के संबंध और मजबूत हुए।ALSO READ: भारत और गुयाना के बीच हुए 5 अहम समझौते, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर जताई सहमति
 
भारतीय संस्कृति का प्रभाव: गुयाना में भारतीय त्योहारों (खासतौर पर होली और दिवाली) का बड़े पैमाने पर आयोजन होता है।
 
मोदी का दौरा: उद्देश्य और महत्व
 
तेल और गैस के क्षेत्र में सहयोग: गुयाना का नया मिला तेल भंडार इसे ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा खिलाड़ी बना सकता है। भारत, जो अपनी ऊर्जा जरूरतों का बड़ा हिस्सा आयात करता है, गुयाना के साथ दीर्घकालीन तेल खरीद संधि पर बातचीत कर रहा है। यह सौदा भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
 
सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंध मजबूत करना: PM मोदी का दौरा न केवल आर्थिक बल्कि सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने का प्रयास है। भारतीय मूल के लोगों से जुड़ाव और उनके विकास में योगदान भारत की विदेश नीति का अहम हिस्सा है।ALSO READ: पीएम मोदी अपनी यात्रा के अंतिम चरण में पहुंचे गुयाना, संसद को भी करेंगे संबोधित
 
गुयाना का वैश्विक महत्व:
 
तेल और गैस की खोज: गुयाना के सागर तटों पर हाल ही में बड़े पैमाने पर तेल भंडार की खोज हुई है। इसने गुयाना को वैश्विक ऊर्जा मानचित्र पर लाकर खड़ा कर दिया है। तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था: 20% की आर्थिक वृद्धि दर के साथ, गुयाना विश्व की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
 
PM मोदी का दौरा क्यों है महत्वपूर्ण?
 
ऊर्जा सुरक्षा: गुयाना के साथ तेल और गैस पर दीर्घकालीन समझौते भारत के लिए ऊर्जा की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे।
 
वैश्विक नेतृत्व: भारत और गुयाना के बीच यह सहयोग भारत की कूटनीति को वैश्विक स्तर पर मजबूत करेगा।
 
सांस्कृतिक विरासत: भारतीय मूल के लोगों के साथ संबंध मजबूत करना मोदी के दौरे का एक अहम पहलू है।
पीएम मोदी का गुयाना दौरा केवल तेल और गैस के लिए नहीं बल्कि भारत-गुयाना संबंधों को हर क्षेत्र में मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
 
यह यात्रा भारत की वैश्विक भूमिका को और विस्तार देने और रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने की ओर एक अहम प्रयास है। मोदी का गुयाना दौरा न केवल आर्थिक बल्कि सांस्कृतिक और कूटनीतिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र की स्थिरता, वैश्विक नेतृत्व, और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
 
Edited By : Ravindra Gupta

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