Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि प्रदेश इकाई पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को वाराणसी से चुनाव लड़ाने की इच्छुक है और वह इसके लिए जल्द ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को एक प्रस्ताव भेजेगी। राय के बयान के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रियंका गांधी वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी विपक्ष को कांग्रेस के नेतृत्व में ही अगला लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि राष्ट्रीय स्तर के चुनाव में लोग भाजपा का विकल्प खोजेंगे, जो निश्चित रूप से कांग्रेस ही है।
हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने वाले राय ने कहा कि हम चाहते हैं कि प्रियंका जी बनारस से लोकसभा चुनाव लड़ें। इसके लिए हम पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को जल्द ही एक प्रस्ताव भेजेंगे।
उन्होंने कहा कि वैसे प्रियंका गांधी जिस सीट से चुनाव लड़ना चाहें, लड़ सकती हैं। हम पूरी ताकत लगाकर उन्हें चुनाव जिताएंगे, लेकिन हमारी ख्वाहिश है कि वह वाराणसी से मैदान में उतरें।
वाराणसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। वह वर्ष 2019 में लगातार दूसरी बार वाराणसी से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए थे। उनके 2024 में भी वाराणसी से ही चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना है।
प्रियंका को मोदी के मुकाबले खड़ा करने की इच्छा से कांग्रेस क्या संदेश देना चाहती है, इस बारे में पूछे जाने पर राय ने कहा, 'बस यही संदेश देने की कोशिश है कि उनके (मोदी) सामने कोई मजबूती से खड़ा हुआ है।'
उल्लेखनीय है कि वाराणसी लोकसभा क्षेत्र पिछले तीन दशक से भी ज्यादा समय से भाजपा का गढ़ बना हुआ है। हालांकि, वर्ष 2004 में यह सीट एक बार कांग्रेस के पास गई थी।
वर्ष 1991, 1996, 1998 और 1999 के लोकसभा चुनावों तथा मध्यावधि चुनावों में वाराणसी सीट पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी। इसके बाद वर्ष 2004 में कांग्रेस के राजेश कुमार मिश्रा इस सीट से सांसद निर्वाचित हुए, लेकिन वर्ष 2009 में मुरली मनोहर जोशी ने कांग्रेस से यह सीट छीन ली। उसके बाद वर्ष 2014 और 2019 में नरेन्द्र मोदी वाराणसी से लोकसभा सांसद चुने गए।
प्रदेश कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष अजय राय (53) वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में वाराणसी में कांग्रेस के टिकट पर मोदी को चुनौती दे चुके हैं। 2014 के चुनाव में उन्हें 75,614 वोट मिले थे, जबकि 2019 में उन्हें 1,52,548 मत हासिल हुए थे। वह इससे पहले वर्ष 2009 में इसी सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर मैदान में उतरे थे और तब उन्हें 1,23,874 वोट प्राप्त हुए थे। बाहुबली की छवि रखने वाले अजय राय पांच बार विधायक भी रह चुके हैं। (भाषा)