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क्या पाकिस्तान का होगा एक और विभाजन? बलूचिस्तान पर NSA डोभाल के एक बयान से समझें पूरी कहानी

पाकिस्तान में युद्ध की आशंका के चलते लोगों में दहशत का माहौल

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, बुधवार, 30 अप्रैल 2025 (12:25 IST)
will Pakistan be divided: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पाक समर्थित आतंकवादियों के हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव गहराया हुआ है। युद्ध जैसे हालात निर्मित हो गए हैं। पाकिस्तान में युद्ध की आशंका से दहशत का माहौल है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बड़ी बैठक के बाद सेना को खुली छूट दे दी है। उन्होंने कहा- इस हमले के दोषियों को किस तरह सजा देना है, इसका तरीका, टाइम और टारगेट सेना खुद करे। भारत के 'जेम्सबॉन्ड' कहे जाने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी इस बैठक में मौजूद थे। उनका एक पुराना बयान इस समय काफी मौजूं है। 
 
जब डोभाल ने कहा था : एनएसए डोभाल ने 2014 में तमिलनाडु के एक विश्वविद्यालय में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए एक बयान दिया था कि यदि आप एक और मुंबई (26/11) करेंगे, तो बलूचिस्तान से हाथ धो सकते हैं। उन्होंने कहा था कि भारत को बलूचिस्तान में जवाब देना चाहिए, क्योंकि वहां की अस्थिरता पाकिस्तान के लिए घातक बन सकती है। उस समय उन्होंने 'डिफेंसिव अटैक' का तर्क दिया था। डिफेंसिव अटैक या रक्षात्मक आक्रमण से उनका तात्पर्य पाकिस्तान की कमजोरियों पर काम करने से था। यह किसी से छिपा नहीं है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान की स्थिति इन दिनों काफी खराब चल रही है। बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान से अलग होने के लिए तैयार बैठे हैं, उन्हें थोड़ी सी मदद की जरूरत है। पिछले दिनों बलूच विद्रोहियों द्वारा ट्रेन पर किया गया हमला इसी भी ओर संकेत देता है। ALSO READ: Pahalgam Attack : सेना तय करेगी समय, जगह और टारगेट, पहलगाम का बदला लेने के लिए PM मोदी ने दी खुली छूट
 
क्या है डोभाल का डिफेंसिव अटैक : डोभाल ने कहा कि रक्षात्मक मोड में जब आप मुझ पर 100 पत्थर फेंकते हैं और मैं 90 को रोकता हूं, फिर भी 10 मुझे चोट पहुंचाते हैं। ऐसे में मैं कभी भी आपका मुकाबला नहीं कर सकता। लेकिन, जब उन्हें पता चल जाएगा कि हमने (भारत ने) अपने गियर को रक्षात्मक मोड से रक्षात्मक आक्रमण या डिफेंसिव अटैक में बदल दिया है, तो यह उनके लिए असहनीय है।
 
छद्म युद्ध का जवाब छद्म युद्ध से : दरअसल, सीधा युद्ध न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि भारत के हित में भी नहीं है। अत: पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना चाहिए। छद्म युद्ध का जवाब छद्म युद्ध ही हो सकता है। संभवत: सेना भी इसी दिशा में काम करे। आतंकवादियों के लॉन्चपैड को निशाना बनाए या फिर ऐसा कोई एक्शन जिससे पाकिस्तान को परोक्ष रूप से नुकसान पहुंचाया जा सके। संभव है कि आने वाले समय में सेना का एक्शन भी कुछ इसी तरह का हो सकता है। आतंकवाद की कमर तोड़ने के लिए तो जम्मू कश्मीर में सेना विशेष ऑपरेशन चलाएगी ही।  ALSO READ: पहलगाम हमले के बाद सरकार का बड़ा फैसला, कश्मीर में 48 पर्यटक स्थल बंद

पाकिस्तान के लिए बलूचिस्तान क्यों अहम है : बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा लेकिन सबसे कम आबादी वाला राज्य है, जो कि प्राकृतिक संसाधनों (गैस, खनिज आदि) से समृद्ध है। इसके सबके बावजूद बलूचिस्तान के स्थानीय निवासियों की हालत खराब है। यही कारण है कि ज्यादातर बलूच पाकिस्तान से अलग होना चाहते हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) जैसे संगठन पाकिस्तान से लगातार आजादी की मांग कर रहे हैं। वे अक्सर पाक सैन्य ठिकानों, चीनी परियोजनाओं और नागरिकों पर हमले करते हैं। ग्वादर पोर्ट और क्वेटा जैसे महत्वपूर्ण इलाकों को भी वे निशाना बना चुके हैं। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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