नई दिल्ली। पूरे उत्तर भारत में इन दिनों ठंड का कहर जारी है। पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में सर्द हवाओं का दौर चल रहा है। अधिकांश इलाके कोहरे की चपेट में हैं। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 3 दिन के मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है। इसमें मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में ठंड के साथ-साथ कोहरा भी बढ़ेगा, वहीं उत्तर पूर्वी राज्यों में बारिश होने की भी आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तरप्रदेश, बिहार, उत्तरी मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में बुधवार से लेकर अगले 3 दिनों तक सर्दी का कहर बढ़ेगा। इस दौरान तापमान में गिरावट दर्ज होने के साथ सर्द हवाएं भी चलेंगी। इसके साथ ही राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के हिमालय से लगते क्षेत्रों पर अगले 2 दिनों तक कोहरा भी देखने को मिलेगा।
केरल और आसपास के क्षेत्रों में निचले स्तरों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांग्लादेश और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। एक पश्चिमी विक्षोभ के आज बुधवार रात से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करने की संभावना है। एक और पश्चिमी विक्षोभ के 21 जनवरी तक पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की संभावना है। एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण 21 जनवरी तक उत्तर-पश्चिम राजस्थान में बनने की उम्मीद है।
स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में हल्की बारिश और छिटपुट हल्की बर्फबारी हुई है। दक्षिण तटीय आंध्रप्रदेश और तटीय तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हुई। गोवा और तटीय कर्नाटक में हल्की बारिश हुई। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों और उत्तरी मध्यप्रदेश में कोल्ड डे की स्थिति रही। उत्तरप्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों, राजस्थान और उत्तरी मध्यप्रदेश में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा।
पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश में कोल्ड डे : पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति बने रहने की संभावना है। गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और हल्की बर्फबारी हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु और केरल में अलग-अलग जगहों पर हल्की बारिश संभव है। उत्तर-पश्चिम भारत के न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है।