श्रीनगर। गणतंत्र दिवस पर जिस महिला मानव बम की कश्मीर में मौजूदगी को लेकर दहशत फैलाई गई थी उसकी कथा अब कश्मीर में आईएसआईएस की मौजूदगी से जोड़ी जा चुकी है। इसे सच्चाई का अमलीजामा पहनाने की खातिर कथा को आगे बढ़ाते हुए अधिकारी दावा करते थे कि वे उन संपर्क सूत्रों की तलाश कर रहे हैं जो कथित महिला मानव बम के संपर्क में थे और वे आईएस में शामिल होना चाहते थे।
कथित महिला मानव बम सादिया से पूछताछ में जुटे एक अधिकारी ने बताया कि वह बिजबिहाड़ा के पजलपोरा स्थित एक नर्सिंग कॉलेज में पढ़ रही थी। यह पता लगाया जा रहा है कि उसने नर्सिंग कोर्स के लिए कश्मीर ही क्यों चुना और एक ऐसे कॉलेज में प्रवेश क्यों लिया, जो गैर पंजीकृत है। जानकारी के लिए इसके अलावा बिजबिहाड़ा दो वर्षों से कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का केन्द्र बने दक्षिण कश्मीर में है।
उन्होंने बताया कि सादिया का दाखिला कराने उसकी मां कश्मीर आई थी। इसमें सादिया ने अपने संपर्क सूत्रों की मदद भी ली, जो उसके साथ फेसबुक, ट्विटर व सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों से संपर्क में थे। पूछताछ के दौरान पता चला है कि सादिया ने पिछले साल एक कश्मीरी युवक से कथित तौर पर शादी की है। वह युवक भी जिहादी मानसिकता का है।
उन्होंने बताया कि सादिया जिन कश्मीरी लड़कों से संपर्क में है, वह पहले से ही सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर रहे है। उनमें से कई आइएस के झंडे लहराने के आरोप में पकड़े भी जा चुके हैं। इसलिए इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि क्या सादिया कश्मीर में आईएस का नेटवर्क बनाते हुए लड़कों की भर्ती में भी जुटी थी या नहीं, क्योंकि जब से वह दक्षिण कश्मीर में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। कश्मीर में आईएस के समर्थक युवकों की संख्या और आईएस का प्रभाव भी बढ़ रहा था।
इसलिए सादिया के फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप के अलावा फोन कॉल्स के साथ उससे जुड़े लोगों के फोन कॉल्स और फेसबुक व सोशल मीडिया पर उनकी बातचीत का भी ब्योरा जमा किया जा रहा है। हालांकि अभी तक सादिया से राज्य पुलिस की हिरासत में ही विभिन्न खुफिया एजेसियां पूछताछ कर रही हैं, लेकिन उसे राष्ट्रीय जांच एजेसी (एनआईए) को सौंपे जाने पर भी विचार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि यरवदा, पुणे की रहने वाली सादिया अनवर शेख को लेकर पिछले सप्ताह खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि वह गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कश्मीर में आत्मघाती हमला करने वाली है। राज्य पुलिस ने सादिया को गणतंत्र दिवस से पूर्व 25 जनवरी को दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोरा में पकड़ा था। उस समय वह ऑटो रिक्शा मे बैठ अपने किसी संपर्क सूत्र के पास जा रही थी।
इतना जरूर है कि पुलिस की इन कथाओं पर अब लोग कम ही विश्वास कर रहे हैं। ऐसा इसालिए भी था क्योंकि पहले ही कश्मीर पुलिस आप यह मान चुकी है कि सादिया महिला मानव बम नहीं थी और उसके प्रति ऐसी गलतफहमी एक खुफिया इनपुट को गलत तरीके से समझ लेने के कारण फैली थी। यह बात अलग है कि सारे मामले के लिए अब सोशल मीडिया को दोषी करार दिया जा रहा है।