नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत एक नहीं, बल्कि दो मेड इन इंडिया कोरोनावायरस टीकों (Coronavirus Vaccine) के साथ मानवता की सुरक्षा के लिए तैयार है और दुनिया न केवल कोविड-19 से बचाव के लिए भारत के टीकों का इंतजार कर रही है, बल्कि इस पर भी निगाह लगाए है कि कैसे वह विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाता है।
मोदी ने कहा कि भारत के लोकतंत्र पर एक वक्त संदेह प्रकट किया गया था, लेकिन आज भारत ही वह स्थान है जहां लोकतंत्र सबसे अधिक मजबूत और सबसे जीवंत है।
प्रधानमंत्री ने 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि महामारी के इस दौर में भारत ने फिर दिखा दिया कि हमारा सामर्थ्य क्या है और हमारी क्षमता क्या है। कोरोना काल में आज भारत दुनिया के सबसे कम मृत्यु दर और सबसे अधिक सुधार दर्ज करने वाले देशों में शामिल है।
मोदी ने कहा कि आज भारत एक नहीं, बल्कि दो मेड इन इंडिया कोरोना वायरस टीकों के साथ मानवता की सुरक्षा के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया आज सिर्फ भारत की वैक्सीन का इंतज़ार ही नहीं कर रही, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम भारत कैसे चलाता है, इस पर भी नज़रें हैं।
उन्होंने कहा कि जब भारत को आजादी मिली तो कहा गया था कि इतना गरीब और इतना कम पढ़ा-लिखा ये भारत टूट जाएगा, बिखर जाएगा, डेमोक्रेसी तो यहां असंभव है। उन्होंने कहा कि आज की सच्चाई यही है कि भारत एकजुट भी है और दुनिया में लोकतंत्र अगर सबसे मज़बूत है, जीवंत है, तो वो भारत में ही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वैश्विक महामारी के दौरान भारत ने जो सीखा है, वही अब आत्मनिर्भर भारत अभियान की प्रेरणा बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत ने जो नई व्यवस्थाएं विकसित की हैं, उनकी कोरोना वायरस के इस संकट में वैश्विक संस्थाओं ने प्रशंसा की है।
उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय में हमारी दवा कंपनियों की भूमिका यह दिखाता है कि भारत जिस भी क्षेत्र में समर्थ होता है, उसका लाभ पूरी दुनिया तक पहुंचता है। मोदी ने कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से गरीब से गरीब को मजबूत करने का जो अभियान आज भारत में चल रहा है, उसकी विश्व के हर कोने में और हर स्तर पर चर्चा हो रही है।
प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप सभी ने, जहां आप रह रहे हैं वहां और भारत में, कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स में दिया गया आपका योगदान भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रहा है।
मोदी ने कहा कि बीता साल हम सभी के लिए बहुत चुनौतियों का साल रहा है, लेकिन इन चुनौतियों के बीच विश्वभर में फैले भारतीय मूल के साथियों ने जिस तरह काम किया है, अपना फर्ज निभाया है, वह हम सभी के लिए गर्व की बात है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी के कारण विदेशों में भारतीयों के रोजगार सुरक्षित रहें, इसके लिए राजनयिक स्तर पर हरसंभव कोशिश की गई। उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय से कहा कि भारत सरकार हर समय, हर पल आपके साथ, आपके लिए खड़ी है।
मोदी ने कहा कि दुनिया भर में कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण विदेशों में फंसे 45 लाख से ज्यादा भारतीयों को वंदे भारत मिशन के तहत वापस लाया गया। विदेशों में भारतीय समुदायों को समय पर सही मदद मिले, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए गए।
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में भारतीय समुदाय के साथ बेहतर कनेक्टिविटी के लिए रिश्ता नाम का नया पोर्टल शुरु किया गया है। इस पोर्टल से मुश्किल समय में अपने समुदाय से संपर्क करना, उन तक पहुंचना आसान होगा।
प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि आज जब भारत, आत्मनिर्भर बनने के लिए आगे बढ़ रहा है तो यहां भी ब्रांड इंडिया की पहचान को मजबूत बनाने में आपकी भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि जब आप मेड इन इंडिया उत्पादों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करेंगे तो आपके इर्द-गिर्द रहने वालों में भी इनको लेकर विश्वास बढ़ेगा।
इससे पहले 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में मुख्य अतिथि सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने मुख्य संबोधन दिया। सम्मेलन का मुख्य विषय आत्मनिर्भर भारत में योगदान है।