नई दिल्ली। योग सिखाते-सिखाते बाबा रामदेव बिजनेस बन गए और अपने उत्पादों से उन्होंने बड़ी-बड़ी कंपनियों की नींदें खराब कर दीं। अब बाबा रामदेव युवाओं को रोजगार का नया तोहफा देने वाले हैं। बाबा रामदेव सिक्योरिटी कारोबार में कदम रखने जा रहे हैं। रामदेव ने प्राइवेट सिक्योरिटी का नाम पराक्रम रखा है। इस सिक्योरिटी के जरिए बाबा देशभर के युवाओं को सैनिकों जैसी ट्रेनिंग देंगे और रोजगार उपलब्ध कराएंगे।
बाबा की सिक्योरिटी एजेंसी में स्वस्थ और पढ़े-लिखे युवाओं को भी प्राथमिकता दी जाएगी। सिक्योरिटी से जुड़े हर तरह की ट्रेनिंग सेना के रिटायर्ड अधिकारियों और जवानों से युवाओं को मिलेगी। अंत में प्रदर्शन के आधार पर उन्हें सही जगह पर रखा जाएगा।
आमतौर पर प्राइवेट गार्ड को 8 से 12 हजार रुपए सैलरी मिलती है। पराक्रम इस धारणा को बदलने जा रहा है। पराक्रम में गार्ड से भी प्रोफेशनल तरीके से काम लिया जाएगा और अच्छी सैलरी ऑफर की जाएगी। फिक्की के एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में प्राइवेट सिक्योरिटी का कारोबार 40,000 करोड़ रुपए का है। जिस तेजी से छोटे से बड़े शहरों में प्राइवेट सिक्योरिटी की मांग बढ़ रही है तो अनुमान है कि 2020 तक यह 80,000 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। बाबा रामदेव की नजर 80,000 करोड़ रुपए के कारोबार पर है। इस कारोबार में ज्यादातर छोटी कंपनियां काम कर रही हैं जिनके पास रिसॉर्स की काफी कमी है। बाबा रामदेव उसको पाटने का काम करेंगे।