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उत्तराखंड में टूटा प्रकृति का कहर, राहत कार्य जारी

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देहरादून/शिमला , शुक्रवार, 21 जून 2013 (23:36 IST)
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देहरादून/शिमला। उत्तराखंड में आई बाढ़ में अब तक 207 लोगों के मरने की पुष्टि हो गई है, लेकिन हजारों लोगों के मारे जाने की आशंका जाहिर की जा रही है। हजारों लोग अब भी मौत से संघर्ष कर रहे हैं। सरकार उन्हें भोजन पानी पहुंचाने के प्रयास कर रही है।

इस दौरान करीब नौ हजार से ज्यादा लोगों को प्रभावित इलाकों से बाहर निकाला गया है, लेकिन अब भी करीब 60 हजार लोगों के फंसे होने की आशंका है। युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है। मामले से जुड़ी पल-पल की जानकारी :

* लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चैत ने कहा, आखरी व्यक्ति को निकालने को ऑपरेशन।
* 360 किमी इलाके में चल रहा है ऑपरेशन।
* गौरीकुंड में 800 लोग अब भी फंसे। बद्रीनाथ के पास धर्मशाला में 8000 लोग फंसे।
* 40 हजार स्क्वेअर हेक्टेअर क्षेत्र में तबाही।
* सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता राहत कार्य।
* गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, मरने वालों की संख्या 207 से ज्यादा हो सकती है।
* उत्तराखंड के 9 जिलों में बरसी आफत, कई इलाकों में अब भी नहीं पहुंची राहत, 50 हजार से ज्यादा फंसे।
* उत्तराखंड में राहत कार्यों में 43 हेलीकॉप्टर जुटे।
* राहत और बचाव कार्य में तेजी, 39 हजार लोगों को निकाला गया।
* हरिद्वार के एसएसपी राजीव स्वरुप का बयान, बहकर आए शवों की पहचान मुश्किल
* हरिद्वार में प्रशासन ने गंगा से लगभग 50 शव निकाले। बताया जाता है कि ये शव ऊपर से बहकर आए हैं।
* कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस के सांसदों और विधायकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने एक माह का वेतन उत्तराखंड राहत कोष में डालें।
* मोदी ने कहा, आपदा पीड़ितों के लिए शरू हो रेलवे हेल्पलाइन।
* उत्तराखंड के नागरिक उड्डयन सचिव का बयान, लोगों को निकालने में सात दिन का समय लग सकता है।
* पहली प्राथमिकता लोगों को भोजन और पानी पहुंचाना।
* उत्तराखंड में 207 लोगों के मरने की पुष्टि।
* गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे का बयान, वीके दुग्गल राहत और बचाव कार्य के नोडल प्रभारी।
* उत्तराखंड त्रासदी पर गृहमंत्रालय की समीक्षा बैठक।
* उत्तराखंड में प्रकृति का कहर जारी, राहत कर्मियों ने बचाई हजारों जान।
* कैग ने अप्रैल में दी थी उत्तराखंड को चेतावनी, आपदा प्रबंधन के लिए तैयार नहीं था राज्य।
* केदारघाटी में सेना ने तेज किया राहत कार्य।
* छोटे पुल बनाकर लोगों को निकाल रही है सेना।
* आईटीबीपी ने कहा, गौरीकुंड में 2500 लोग फंसे, लोगों को सुरक्षित निकालना प्राथमिकता।
* उत्तरकाशी में कम्यूनिकेशन सेंटर बनेगा।
* आईटीबीपी ने मौत से संघर्ष कर रहे लोगों के लिए फूड पैकेट्स गिराए।
* देहरादून में फूटा लोगों का गुस्सा, जाम हुई सड़क। (वेबदुनिया)

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