एएसआई की रिपोर्ट ठोस दलील-आडवाणी
नई दिल्ली , रविवार, 10 अक्टूबर 2010 (18:39 IST)
अयोध्या मामले में कुछ तबकों द्वारा यह कहे जाने के बीच कि फैसला तथ्यों के बजाय आस्था के आधार पर दिया गया भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रविवार को कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की रिपोर्ट इलाहाबाद उच्च न्यायालय की पीठ के निर्णय में ‘ठोस दलील’ साबित हुई।आडवाणी ने अपने ब्लॉग में कहा कि कम से कम जहाँ तक उच्च न्यायालय के फैसले की बात है तो इसमें एएसआई की रिपोर्ट ठोस दलील साबित हुई है। यह रिपोर्ट खुद उच्च न्यायालय के निर्देशों पर कड़ी मेहनत से तैयार हुई। वाम दल, सपा और अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ तबकों का आरोप है कि अदालत के फैसले में साक्ष्यों की जगह आस्था को तरजीह दी गई।हालाँकि दोनों समुदायों के कुछ नेताओं के बीच मुद्दे पर आम सहमति और समझौते की कोशिशें जारी हैं, लेकिन फैसले का विरोध करने वाले उच्चतम न्यायालय जाने की बात कर रहे हैं। आडवाणी ने अपने ब्लॉग में कहा कि अदालत और एएसआई ने निर्णायक साक्ष्य पर पहुँचने के लिए हरसंभव कोशिश की।उन्होंने कहा कि जमीन के भीतर राडार सर्वेक्षण (एएसआई द्वारा किया गया) में कुछ विसंगति दिखी। इसलिए उच्च न्यायालय ने एएसआई को खुदाई करने का निर्देश दिया। उच्च न्यायालय ने 30 सितंबर को अयोध्या में विवादित स्थल के मालिकाना हक पर फैसला देते हुए व्यवस्था दी थी कि 2.77 एकड़ भूमि को हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच तीन हिस्सों में बाँटा जाए और जहाँ वर्तमान में भगवान राम का अस्थायी मंदिर है वह स्थान हिन्दुओं का है।अदालत ने अपना फैसला देते हुए संबंधित पक्षों को तीन महीने का वक्त दिया जिससे कि फैसले से संतुष्ट न होने की स्थिति में वे उच्चतम न्यायालय जा सकें। (भाषा)