नई दिल्ली। 2014 की अगवानी में व्यस्त लोगों को हर साल की तरह इस साल भी अपने प्रियजनों को कॉल करना और मोबाइल से संदेश भेजने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। 31
दिसंबर की सुबह से ही लोगों को कॉल ड्रॉप जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था लेकिन शाम होते-होते तो स्थितियां बहुत ही खराब हो गईं। लोग देर रात तक अपने दोस्तों और परिजनों को कॉल कर नए साल की बधाई देना चाहते थे पर 'उन्हें लाइन व्यस्त है' की आवाज परेशान कर रही थी। इतना ही नहीं कई लोगों को एसएमएस से बधाई संदेश भेजना भी काफी महंगा पड़ा। एसएमएस की भीड़ में उनके संदेश न जाने कहां खो गए। साथियों को मैसेज का इंतजार रहा और उनकी पॉकेट पर तो इसकी मार पड़ी ही। हालांकि यह मैसेज देर से ही सही मगर धीरे धीरे डिलीवर हो गए। उल्लेखनीय है कि कॉल ड्रॉप से कमाई को लेकर मोबाइल कंपनियों पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं।
क्यों नहीं काम आए एसएमएस पैक....
बीएसएनएल, वोडाफोन, एयरटेल, आइडिया, रिलायंस और टाटा जैसी मोबाइल सर्विस कंपनियों ने 31 दिसंबर और पहली जनवरी को ब्लैक आउट-डे घोषित कर दिया था।इसकी वजह से करोड़ों उपभोक्ताओं के फ्री एसएमएस और सस्ती कॉल वाले वाउचरों ने 30 दिसंबर की आधी रात से ही काम करना बंद कर दिया। इस दौरान उन्हें एसएमएस और कॉल का पूरा पैसा देना पड़ा।ब्लैक आउट-डे के दौरान लोगों ने ई-मेल, फेसबुक, वॉट्सऐप, वी-चैट, हाईक, स्काइपी, चैट-ऑन, किक मैसेंजर, फेसबुक मैसेंजर जैसी कई ऐप्स का उपयोग मुफ्त बधाई संदेश देने के लिए किया।