देश के छोटे शहरों को यात्री विमान सेवाओं से जोड़ने के लिए सरकार ने क्षेत्रीय एयर लाइन सेवाएँ शुरू करने की अनुमति दे दी है।
नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि इस संबंध में अधिसूचना गुरुवार को जारी कर दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार क्षेत्रीय एयर लाइनें चलाने की इच्छुक कंपनियों को विशेष रियायत देंगी।
नई नीति के तहत विमान सेवा की दृष्टि से देश को चार क्षेत्र- उत्तर, दक्षिण, पश्चिम और पूर्व-पूर्वोत्तर में बाँटा जाएगा। दक्षिण क्षेत्र में मद्रास, हैदराबाद और बंगलोर महानगरों में क्षेत्रीय एयर लाइन उड़ान भर सकेंगी।
अन्य तीन क्षेत्रों में ये एयर लाइन सिर्फ एक महानगर दिल्ली, कोलकाता या मुंबई के लिए उड़ान भर सकेंगी। एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र के छोटे शहरों के लिए उड़ान भरने की छूट होगी।
सिर्फ एक विमान या हेलिकॉप्टर से क्षेत्रीय एयर लाइन की स्थापना की जा सकेगी, लेकिन उसे एक साल में तीन विमान और दो साल में पाँच विमान अपने बेड़े में शामिल करने होंगे।
80 सीटों से कम क्षमता वाले विमानों के लिए हवाई ईंधन पर सिर्फ चार प्रश सरचार्ज लगेगा तथा क्षेत्रीय एयर लाइनों को हवाई अड्डे पर विमान उतारने और पार्किंग करने के लिए शुल्क नहीं देना पड़ेगा।