नई दिल्ली। नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) को लेकर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) का कहना है कि वे चिंतित नहीं, बल्कि नाराज हैं। उन्होंने कहा कि वे कई अन्य भारतीयों की तरह जन्म प्रमाण पत्र नहीं दिखा सकते। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि क्या 70 साल से यहां रहना उनके नागरिक होने के प्रमाण के लिए काफी नहीं है?
अभिनेता ने जोर देकर कहा कि वे एक मुस्लिम के तौर पर नहीं, बल्कि एक चिंतित नागरिक के तौर पर बोल रहे हैं। अभिनेता कहा कि उन्होंने सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में देश के लिए योगदान दिया है और उनके परिवार की 5 पीढ़ियां इसी जमीन में दफन हैं।
हिन्दी सिनेमा के जाने-माने अभिनेताओं में से एक शाह के साथ ही अनुराग कश्यप, विशाल भारद्वाज और ऋचा चड्ढा जैसे फिल्म उद्योग के कई अन्य लोग सीएए को लेकर अपनी चिंता जता चुके हैं।
शाह ने एक साक्षात्कार में कहा कि मेरे पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है। मैं इसे पेश नहीं कर सकता। क्या इसका मतलब है कि हम सभी को बाहर कर दिया जाएगा? मुझे ऐसा कोई आश्वासन नहीं चाहिए कि मुसलमानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मैं चिंतित नहीं हूं।
70 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि अगर 70 साल तक यहां रहना मुझे भारतीय साबित नहीं करता है, तो मुझे नहीं पता कि इसका क्या मतलब है? मैं भयभीत नहीं हूं, मैं चिंतित नहीं हूं, मैं नाराज हूं कि इस तरह का कानून हम पर थोपा गया है।