नौसैनिक परीक्षा प्रश्नपत्र लीक कांड मामले में बुधवार को एक नया मोड़ उस समय आ गया जब सीबीआई ने नौसेना के एक वरिष्ठ कमांडर को इस गिरोह से कथित संलिप्तता के चलते गिरफ्तार कर लिया और कमान में कुछ और लोगों की भूमिका के लिए उससे पूछताछ की अनुमति ले ली।
सीबीआई ने आईएनएस आंग्रे के कमांडर रमेश सी. सैनी को कल देर रात गिरफ्तार किया और आज एक विशेष अदालत में पेश किया, जिसने सैनी को 13 अक्टूबर तक पूछताछ के लिए सीबीआई की हिरासत में दे दिया। जाँच एजेंसी इस संबंध में अन्य नौसैनिक अधिकारियों की संलिप्तता के बारे में सैनी से पूछताछ करेगी।
सैनी पर आरोप है कि उसने कनिष्ठ क्लर्क की परीक्षा के प्रश्नपत्र पश्चिमी नौसैनिक कमान के प्रशासनिक अधिकारी और परीक्षा बोर्ड के अध्यक्ष आरसी नाइक को मुहैया कराए।
सीबीआई के उपमहानिरीक्षक प्रवीण सालुंखे ने दावा किया कि सैनी और नाईक 16 से 18 सितंबर के बीच अथर्व कन्सल्टैंसी एंड अलायड सर्विसेस प्रिंटिंग प्रेस को प्रकाशन के लिए प्रश्नपत्र देने के लिए पुणे गए। अपने ठहराव के दौरान सैनी ने नाइक को प्रश्नपत्र की एक प्रति दी और उसे उसकी पेन ड्राइव में प्रश्नपत्र की एक प्रति लेने की इजाजत दी।
सीबीआई ने 26 सितंबर को चार लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें नाईक, पूर्वी नौसेना कमान के प्रशासनिक अधिकारी डीएस मूर्ति, पूर्व नौसैनिक और विशाखापत्तनम स्थित मनसा इंटरनेशनल डिफेंस रिक्रूटमेंट एजेंसी के मालिक रामवीरसिंह रावत और हैदराबाद के शिक्षक होशियारसिंह शामिल हैं।
सालुंखे ने कहा कि नाइक के आवास पर मारे गए छापों के दौरान हमें प्रश्नपत्र के फटे हुए टुकड़े मिले। उन्होंने कहा कि नाइक ने नाव को 19 सितंबर को नवी मुंबई में पेन ड्राइव दे दी थी। इस बीच, चार अन्य आरोपियों की सीबीआई हिरासत आठ अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। (भाषा)